करसोग/मंडी:उपमंडल में सबसे प्रभावशाली मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की पीडब्ल्यूडी (PWD) को लगाई गई लताड़ के बाद भी सड़कों के हालत नहीं सुधर रही है. करसोग में सेब सीजन शुरू हो गया है, लेकिन यहां सड़कों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. ऐसे में अब स्थानीय लोग खुद ही गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़क की स्थिति सुधारने में लगे हैं.
तहसील मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर नेहरा वाया भंडारनु सड़क को पांच साल पहले पक्का किया गया था, पांच साल बीत जाने के बाद किसी ने भी इस सड़क की सुध नहीं ली. बरसात के मौसम में सड़क की हालत ऐसी हो गयी है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
स्थानीय लोग खुद ही कर रहे सड़क की मरम्मत
स्थानीय लोग सड़क की स्थिति को सुधारने के लिए कई बार पीडब्ल्यूडी (PWD) से गुहार लगाई थी, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अब स्थानीय लोग अब थक हार कर खुद ही घरों के आगे सड़क पर पड़े गड्डों को पत्थर और मिट्टी से भर रहे हैं ताकि सड़क पर चलना आसान हो सके.
बदहाली के आंसू बहा रही सड़क
पीडब्ल्यूडी की इस तरह की लापरवाही से लोगों के बीच में सरकार की छवि भी खराब हो रही है. करसोग में लगातार बढ़ते ट्रैफिक दवाब को कम करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने लाखों रुपये खर्च कर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) के तहत नेहरा वाया भंडारनु सड़क का निर्माण किया था. इसके लिए स्थानीय लोगों ने स्वेच्छा से लाखों रुपये की कीमत की कृषि योग्य भूमि विभाग के नाम की थी, ताकि क्षेत्र की जनता को सड़क सुविधा का लाभ मिल सके, लेकिन विभाग की लापरवाही से नेहरा वाया भण्डारनु सड़क बदहाली के आंसू बहा रही है.