मंडी: हिमाचल प्रदेश में बहुत से किले मौजूद हैं, लेकिन आज वो अपना वजूद खोते जा रहे हैं. प्रशासन की अनदेखी के चलते मंडी जिला की बल्ह घाटी में बना मुगलकालीन किला गोबिंदगढ़ आज खडंहर में तब्दील हो गया है.
बता दें कि गोबिंदगढ़ किला लेदा के पास स्थित घरवासड़ा में मौजूद है और साल 1701 में गुरू गोबिंद सिंह ने इसकी नींव रखी थी, लेकिन वर्तमान में ये किला अपना अस्तित्व खोने की कगार पर है. किला जिला मुख्यालय से तकरीबन 35 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र तल से छह हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है.
ग्रंथी गुरुद्वारा गुरुकोठा साहिब के प्रमुख सरदार दलीप सिंह ने बताया कि हिंदुस्तान पर जब मुगल बादशाह औरंगजेब का राज था, तभी औरंगजेब ने पहाड़ी राजाओं से गुरु गोबिंद सिंह को जिंदा या मुर्दा पकड़कर उसके हवाले करने पर उनकी रियासतों को हमेशा के लिए आजाद करने का वादा किया था. गुरु गोबिंद सिंह जी ने राजाओं के निमंत्रण पर मंडी आना स्वीकार कर लिया और 1701 की बैसाखी को 500 सिंह घुड़सवार व परिवार सहित गुरु गोबिंद सिंह रिवालसर साहिब पहुंचे.