सुंदरनगर: हिमाचल सरकार द्वारा चलाई जा रही रोजगार मूलक योजनाओं का सहारा मिलने से युवाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आने लगा है. रोजगार मूलक योजनाओं में से एक मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की मदद से अनेक लोग आत्मनिर्भर बन कर सफलता की राह पर आगे बढ़े हैं. उसी में से जिला के बल्ह उपमंडल के गागल गांव के युवा अक्षय ठाकुर हैं, जिनके लिए ख्यमंत्री स्वावलंबन योजना वरदान साबित हो रही है.
बता दें कि 27 वर्षीय अक्षय ठाकुर ने ऑप्टोमेट्री डिप्लोमा (आंखों के परीक्षण-निदान से संबंधित कोर्स) करने के बाद काम की तलाश शुरू की. हालांकि मन में इच्छा अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की थी, लेकिन साधन इतने नहीं थे कि स्वयं का रोजगार स्थापित कर सकते, इसी बीच उन्हें सरकार की मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने 12 लाख रुपये का ऋण लेकर जरूरी मशीनें खरीदीं और शहर के स्कूल बाजार में दुकान किराए पर लेकर कंप्यूटराइज्ड आई टेस्टिंग सेंटर स्थापित किया.
अक्षय ठाकुर ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने युवाओं की मदद के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना शुरू की है. सूचना मिलने के बाद उद्योग विभाग के जिला कार्यालय में संपर्क करके उन्होंने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के लिए आवेदन किया. इसके बाद उन्हें बैंक से अपना काम शुरू करने के लिए 12 लाख रुपये का ऋण मिला और फिर उन्होंने कंप्यूटराइज्ड आई टेस्टिंग सेंटर’ स्थापित किया. जिससे अब वो 30 से 35 हजार रुपए कमा रहे हैं और एक व्यक्ति को वो भी अपने पास रोजगार भी दे रहे हैं.