करसोगः उपमंडल करसोग में इन दिनों कई क्षेत्रों में चल रहे सर्वे को लेकर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. उत्तराखंड व अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में श्रमिकों ने इन दिनों सर्वे के कार्य से मैहरन पंचायत के दो गांव में डेरा डाला है. जिसकी रिपोर्ट पंचायत ने करसोग प्रशासन को भेज दी है.
इनमें कुछ लोगों की एंट्री 12 मार्च के बाद हुई है. कोरोना के खतरे को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर मैहरन पंचायत में 12 मार्च के बाद पहुंचे सभी 26 लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए हैं. इन सैंपलों को जांच के लिए अब लैब में भेजा गया है. प्रशासन ने रिपोर्ट न मिलने तक इन लोगों को सर्विलांस पर रखा है.
हिमाचल में कोरोना से हुई पहली मौत के बाद पंचायत के लोग अब और भी दहशत में है. इसको देखते हुए लोगों ने प्रशासन से सर्वे का कार्य पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है.
बता दें कि मैहरन पंचायत में उत्तराखंड से आए 115 श्रमिक अलग-अलग दो गांव में एक साथ रह रहे हैं. इसमें 69 लोग शलाणी नाला और 46 लोग गंथल नाला में एक साथ हैं. यही नहीं लॉकडाउन के बाद भी ये सभी लोग साथ ही सर्वे के कार्य में भी लगे हैं. इसमें दोनों ही जगहों पर 26 लोगों की एंट्री 12 मार्च के बाद हुई है.