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मंडी: नागार्जुन चट्टान के खिसकने का बढ़ा खतरा, खाली कराए गए आस-पास के 25 घर

मंडी शहर के थनेहड़ा वार्ड में टारना मंदिर के पास नागार्जुन चट्टान के खिसकने की आशंका के चलते 25 घरों को खाली कराया गया है. चट्टान के आस-पास की जमीन में बड़ी दरारें पड़ने की वजह से प्रशासन ने यह कदम उठाया है. 10 साल पहले भी चट्टान के खिसकने के डर से यहां के घरों को खाली कराया गया था.

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Published : Jul 31, 2021, 10:30 PM IST

मंडी: हिमाचल प्रदेश में मानसून का मौसम इन दिनों कहर बरपा रहा है. मंडी जिले में भी भारी बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, वहीं अब मंडी शहर के थनेहड़ा वार्ड में टारना मंदिर के पास नागार्जुन चट्टान के खिसकने का डर पैदा हो गया है. ऐसे में प्रशासन ने आस पास के करीब 25 घरों को खाली करने का नोटिस जारी किया है.

जानकारी के मुताबिक नागार्जुन मंदिर के ऊपर पहाड़ी पर स्थित इस चट्टान के पास वाली जमीन में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे कभी बड़ा हादसा होने का अंदेशा है. खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन आस-पास के घरों को खाली करने का नोटिस कर दिया है. साथ ही कुछ परिवारों को प्रशासन ने शरण दी. जबकि कुछ परिवार घर खाली कर अपने पड़ोसियों या रिश्तेदारों के यहां चले गए.

चट्टान के पास वाली सारी जमीन को प्रशासन ने बड़े-बड़े तिरपालों से ढक दिया है ताकि पानी के रिसाव को रोका जा सके और खतरे को टाला जा सके. वहीं, पुलिस बल को भी मौके पर तैनात कर दिया गया है ताकि हर स्थिति पर नजर रखी जा सके.

लगभग 10 साल पहले भी इस चट्टान के पास कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला था. उन दिनों भी बरसात के मौसम के कारण ऐसी ही दरारें आई थी और घर खाली करवाए गए थे. बाद में प्रशासन ने चट्टान की रोकथाम के लिए लोहे की बड़े-बड़े पोल लगाए गए थे. कुछ वर्ष पूर्व भी इस चट्टान से ऐसा ही खतरा मंडराने लगा था. लेकिन उस वक्त स्थिति सामान्य गई थी, इस बार फिर से यहां डर पैदा हो गया है. चट्टान के ठीक नीचे हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है. कहीं न कहीं इस चट्टान को आस्था के साथ जोड़कर भी देखा जाता है. यही कारण है कि आज दिन तक इसे तोड़ा नहीं जा सका है. अभी भी प्रशासन इस चट्टान को यहीं पर सुरक्षित रखने के उपाय खोज रहा है.

एसडीएम सदर रितिका ने बताया कि चट्टान के पास आई दरारों के चलते घरों को खाली करवाया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की व्यवस्था की जा रही है. वहीं, चट्टान को रोकने के उपाय तलाशे जा रहे हैं. प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है.

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