किन्नौर:जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ में बुधवार को प्रदेश पुलिस पेपर लीक मामले को लेकर किन्नौर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश पुलिस डीजीपी का पुतला फूंका है. इस दौरान प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी भी मौके पर मौजूद रहे और प्रदेश सरकार के खिलाफ किन्नौर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने जमकर नारेबाजी भी की है.
Youth Congress Protest in Kinnaur: रिकांगपिओ में युकां ने फूंका डीजीपी संजय कुंडू का पुतला, सीएम के खिलाफ भी नारेबाजी - किन्नौर लेटेस्ट न्यूज़
रिकांगपिओ में बुधवार को प्रदेश पुलिस पेपर लीक मामले को लेकर किन्नौर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश पुलिस डीजीपी का पुतला फूंका है. इस दौरान प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष नेगी निगम भंडारी भी मौके पर मौजूद रहे. प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी ने मीडिया से रूबरू (Youth Congress Protest in Kinnaur) होते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में लगातार पेपर लीक मामले सामने आ रहे हैं और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश के अंदर पुलिस पेपर लीक (Kinnaur Youth Congress) मामला सामने आया जिसमें एक पेपर 8 लाख रुपये में बिका है और पेपर प्रदेश पुलिस हेडक्वार्टर से लीक हुआ है.
प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी ने मीडिया से रूबरू (Youth Congress Protest in Kinnaur) होते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में लगातार पेपर लीक मामले सामने आ रहे हैं और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश के अंदर पुलिस पेपर लीक मामला सामने आया जिसमें एक पेपर 8 लाख रुपये में बिका है और पेपर प्रदेश पुलिस हेडक्वार्टर से लीक हुआ है. जिसमें संलिप्त अधिकारियों को अब तक सजा नहीं हुई है जो बेहद शर्म की बात है और प्रदेश पुलिस डीजीपी को ऐसे मामले मे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए था, परन्तु अब तक ऐसी बड़ी घटना के बाद भी डीजीपी ने इस्तीफा नहीं दिया है न ही पेपर लीक मामले मे कोई मुख्य आरोपी पकड़ा गया है.
नेगी ने कहा कि प्रदेश के अंदर लगातार पेपर लीक (Kinnaur Youth Congress) मामलों ने युवाओं के रोजगार को लेकर भी हौसला तोड़ा जा रहा है और रसूखदार लोगों को पेपर लीक करवाकर भर्तियां करवाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस पेपर लीक मामले को लेकर सीबीआई जांच करवाने की बात कही है, लेकिन सीबीआई भी सरकार के अधीन होती है. ऐसे में सीबीआई के जांच पर भी शक जाहिर होता है, इसलिए प्रदेश सरकार हाई कोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जांच करवानी चाहिए ताकि निष्पक्ष जांच हो.