लाहौल-स्पीति: जिला में चल रहे स्नो फेस्टिवल की कड़ी में उदयपुर उपमंडल के उरगोस गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. तीन दिनों तक चलने वाले इस समारोह में योर उत्सव की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में उपमंडलाधिकारी नागरिक राजकुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.
स्नो फेस्टिवल 38वां दिन
लाहौल घाटी में स्नो फेस्टिवल के आयोजन का यह 38वां दिन है, जोकि 14 जनवरी से उदन त्यौहार के साथ शुरू हुआ था. जिला की अलग-अलग घाटियों में स्नो फेस्टिवल के अंतर्गत कई आयोजन किए जा रहे हैं. जीरो बजट व जनसहयोग से चल रहा भारत का सबसे लंबा स्नो फेस्टिवल है.
मुखौटा नृत्य बना आकर्षण का केंद्र विश्व के सबसे लम्बे दिन चलेगा उत्सव
डीसी पंकज राय ने बताया कि इस स्नो फेस्टिवल की विशेषता यह है कि यह पूरा उत्सव जीरो बजट, पूरे जनसहयोग एवं लोगों के ही आर्थिक सहयोग के साथ आयोजित किया जा रहा है. यह उत्सव विश्व के सबसे लम्बे चलने वाले उत्सवों में एक है. जिसका समापन 76 दिनों के बाद 30 मार्च को होना है.
मुखौटा नृत्य का आयोजन
इसी कड़ी में उरगोस गांव में हुए आयोजन में मुखौटा नृत्य का आयोजन किया गया, जोकि आकर्षण का केंद्र रहा. योर उत्सव में बर्फ का शिवलिंग बनाया जाता है, साथ ही प्रकृति की पूजा करके अच्छी फसल की कामना की जाती है.
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