कुल्लू:जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली अब भारतीय पर्यटकों को भी भा रही है. कोरोना संकट के बाद भारतीय पर्यटकों ने जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली का रुख किया है और लाखों की संख्या में भारतीय पर्यटक मनाली पहुंचे हैं. जिससे यहां के पर्यटन कारोबार को भी फायदा हुआ है. साल 2022 की अगर बात करें तो छह माह में 16,37,888 भारतीय पर्यटकों ने पर्यटन नगरी का रुख किया. हालांकि विदेशी पर्यटकों की संख्या जरूर कम रही है.
इस अवधि में सिर्फ 594 विदेशी पर्यटक ही कुल्लू-मनाली आए. कुल्लू-मनाली में पर्यटकों की आमद बढ़ने से पर्यटन व्यवसायी उत्साहित हैं. उन्हें आस जगी है कि दो साल में कोरोना महामारी के दौरान जो घाटा उन्होंने झेला है उसकी क्षतिपूर्ति अब धीरे-धीरे हो जाएगी. वहीं, मनाली (Tourists visiting Kullu Manali) आने वाले पर्यटकों के लिए अटल टनल रोहतांग सहित रोहतांग दर्रा पसंदीदा पर्यटन स्थल रहे. इससे पहले मई, जून व नवंबर दिसंबर में ही पर्यटकों की आमद अधिक रहती थी. बाकि शेष महीनों में पर्यटक न के बराबर मनाली आते थे. लेकिन अटल टनल के निर्माण के बाद जनवरी-फरवरी- मार्च में भी भारी संख्या में पर्यटकों ने मनाली का रुख किया है. अटल टनल बनने के बाद मनाली के साथ-साथ लाहौल में भी पर्यटकों की आमद बढ़ी है.
लाहौल के शिंकुला दर्रे समेत बारालाचा दर्रे में भी पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिली है. हालांकि पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि समर सीजन में पर्यटक अधिक आए हैं, लेकिन होटलों की संख्या अधिक होने के चलते कमरों का शुल्क निर्धारित कम मिला है. वहीं, बीते 1 सालों की बात करें तो करोड़ों संकट से पहले जिला कुल्लू में 33 से 36 लाख तक सैलानियों की संख्या रहती थी, जिनमें विदेशी सैलानी भी दो लाख से अधिक संख्या में जिला कुल्लू का भ्रमण करते थे.