कुल्लूः जिला लाहौल-स्पीति में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद तीन पंचायतों के लोगों ने पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है. कोकसर, सिस्सू व गोंदला पंचायत के लोगों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है.
पंचायत के लोगों का कहना है कि पर्यटकों की गतिविधियां बढ़ने से घाटी में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं. इसी खतरे को देखते हुए उन्होंने पर्यटकों को इस क्षेत्र में आने पर रोक लगा दी है.
पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से अटल टनल रोहतांग का लोकार्पण करने के बाद पर्यटकों में भी टनल निहारने की होड़ मच गई है. पर्यटक अब रोहतांग दर्रा ही भूल गए हैं. मनाली से मात्र एक घंटे के अंदर पर्यटक मनाली से शीत मरुस्थल लाहौल घाटी में दस्तक दे रहे हैं.
अक्टूबर के बाद लाहौल में तीसरा व्यक्ति कोई नहीं दिखता था, लेकिन टनल बनने के बाद नवंबर में भी घाटी पर्यटकों से गुलजार है. कोविड के बढ़ते मामले देख पहले खंगसर पंचायत ने पर्यटकों को आने पर रोक लगाई. उसके बाद कोकसर व सिस्सू पंचायत ने भी निर्णय ले लिया और आसपास लगे सभी ढाबे व पर्यटन गतिविधियों को बंद करवा दिया.
ग्राम पंचायत कोकसर प्रधान अंजू, सिस्सू प्रधान सुमन व खंगसर प्रधान छेरिंग डोलमा ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामले देखते हुए ग्रामीणों ने कुछ दिनों के लिए लाहौल के पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए बंद करने का निर्णय लिया है.
पर्यटन स्थलों में कोई भी पर्यटन गतिविधियां नहीं होगी. उन्होंने सभी पर्यटकों से आग्रह किया कि वो घाटी के लोगों की समस्या व परेशानी को समझते हुए कुछ दिन लाहौल घाटी का रुख करें.
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