कुल्लू: उपमंडल बंजार की सैंज घाटी के कनौन मेले में आराध्य देव ब्रह्मा व महामाई भगवती के मेले साजा बैसाखी उत्सव पर देव संस्कृति की अनूठी मिसाल देखने को मिली. मेले में देवी भगवती और ब्रह्मा और देवता बंशीरा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. इस मौके पर ब्रह्मा के रथ को हजारों हारियानों ने रस्से के साथ खींच कर ऊंची चोटी पुखूरी धार बंनशीरा के मंदिर पहुंचाया.
मंदिर पहुंचकर देवता ब्रह्मा व भगवती ने अपने अंगरक्षक बंनशीरा के साथ क्षेत्र की रक्षा के लिए मंथन किया. बैसाखी पर्व पर घाटी के आराध्य देव ब्राह्मा ऋषि के रथ को परंपरा के तहत लावलश्कर के साथ मंदिर से बाहर निकाला गया. देव खेल का निर्वाह कर देव हारियानों ने देवता के रथ को रस्सी से खींचकर गांव कछैणी में देवी भगवती के मंदिर तक पहुंचाया.