कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के पुन्थल पंचायत में ग्रामीणों ने कुछ लोगों पर जंगल में अवैध रूप से खुदाई कर जलस्त्रोत से पाइप के जरिए पानी ले जाने का आरोप लगाया है. वहीं, वन अधिकार समिति ने इस मामले में एसडीएम कुल्लू को भी एक शिकायत सौंपी है और जंगल में अवैध रूप से खुदाई करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
वन अधिकार समिति हुरन के अध्यक्ष पूर्ण चंद ने बताया कि ग्राम पंचायत पुन्थल में माता रुपासना की ऐतिहासिक जमीन और पानी का स्त्रोत है. वहां पर बिना इजाजत के कोई भी व्यक्ति नहीं जा सकता है, लेकिन उनकी पंचायत के साथ लगती पंचायत बराधा के कुछ ग्रामीणों ने कर्फ्यू के दौरान वहां पर खुदाई की और वहां से पानी अपने गांव की ओर ले जाने की कोशिश की.
पूर्ण चंद ने बताया कि पहले ही पुन्थल पंचायत के कई गांव में पानी की कमी है और यहां पर कृषि आधारित व्यवसाय पर लोगों की आर्थिकी जुड़ी हुई है. कई बार उन्हें ही पानी की कमी का सामना करना पड़ता है तो ऐसे में किसी भी पंचायत को पानी नहीं दे सकते हैं, लेकिन बराधा पंचायत के कुछ लोगों ने बिना अनुमति वहां से पानी का रुख मोड़ने की कोशिश की थी, जिसके चलते ग्रामीणों ने उनकी पानी की पाइप उखाड़ दी है.
अब वे लोग जनता के बीच जाकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं. पूर्ण चंद ने बताया कि उनके गांव में कई प्रकार के पेड़ हैं जो खुदाई करने के चलते बर्बाद हो सकते हैं. वहीं, माता के ऐतिहासिक सौर में अभी पानी काफी कम मात्रा में हैं और पंचायत के लोगों को इसकी काफी आवश्यकता रहती है. एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में अध्यक्ष पूर्ण चंद व पुन्थल पंचायत के लोगों ने मांग रखी है कि जो लोग अवैध रूप से खुदाई कर पानी का रुख मोड़ने में लिप्त है उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए.
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