लाहौल स्पीति: जिला लाहौल स्पीति की लाहौल घाटी में हुई बर्फबारी से जहां पूरी घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ गई है. वहीं, नवंबर महीने में हुई बर्फबारी से किसान काफी खुश है. लंबे समय के बाद नवंबर महीने में घाटी में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ है.
लाहौल घाटी में सोमवार को पूरा दिन बर्फबारी होती रही. वहीं, बर्फबारी के चलते घाटी के पर्यटन कारोबारी भी काफी खुश है. हालांकि, कुछ पर्यटकों ने अपने वाहनों से लाहौल जाने की भी कोशिश की लेकिन बर्फबारी के चलते उन्हें अटल टनल से आगे नहीं जाने दिया.
नवंबर महीने में हुई बर्फबारी से जहां लाहौल घाटी के ग्लेशियरों को संजीवनी मिली है. वहीं, किसानों ने भी इस पर अपनी खुशी जताई है. हालांकि, बर्फबारी के चलते कुछ जगह पर बिजली बाधित होने की समस्या भी लोगों को आई लेकिन किसानों ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि घाटी में पड़े सूखे से अब लोगों को राहत मिली है.
बारिश के कारण सूखे मौसम के चलते लोगों को बीमारियों के फैलने का डर सता रहा था. वहीं, ताजा बर्फबारी आगामी सीजन में खेतों को पर्याप्त नमी मिलेगी. ताजा बर्फबारी के चलते पर्यटन कारोबार को भी काफी फायदा होगा. बता दें कि अटल टनल के माध्यम से रोजाना ही हजारों पर्यटक मनाली से लाहौल घाटी का रुख कर रहे हैं और बेहतर सुविधा होने के चलते सर्दियों में भी बर्फबारी का मजा लेने के लिए लाहौल पहुंच पाएंगे.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि नवंबर महीने में बर्फबारी होने से घाटी के ग्लेशियरों को जहां संजीवनी मिली है. वहीं, आने वाले समय में भी उन्हें कृषि क्षेत्र में इसका काफी फायदा होगा. हालांकि, अभी घाटी में सेब का सीजन बाकी है और बर्फबारी के कारण पेड़ों के टूटने का खतरा भी बना हुआ है लेकिन लोग अपने बगीचों से भी पेड़ों पर गिरी बर्फ को हटाने में जुटे हुए हैं. वहीं, पुलिस अधीक्षक कुल्लू गौरव सिंह ने कहा कि रोहतांग दर्रा होकर यातायात को रोक दिया है. टनल के आसपास भी बर्फबारी जारी है. उन्होंने कहा कि पर्यटक मौसम को देखते हुए टनल की ओर न जाएं.
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