मनालीः जनजातीय जिला लाहौल स्पिति का काजा सात महीने के बाद मनाली से जुड़ गया है. ग्रांफू-सुमदो सड़क की बाहली का कार्य पीडब्ल्यूडी ने पूरा कर लिया है. ऐसे में जहां कोरोना काल में मायूस हुए स्पीति के लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है. पीडब्ल्यूडी ने एक सप्ताह के भीतर मार्ग को बहाल करके यह दिखा दिया है कि वह भी बीआरओ की तरह ही लाहौल की सड़कों को बहाल करने में सक्षम है.
ऐसे में ग्रांफू-सुमदो सड़क को लेकर केंदर सरकार द्वारा जारी की गई नई अधिसूचना का जहां स्पीति के लोग विरोध कर रहे हैं, वहीं सड़क की बहाली के साथ कुछ हद तक यह मामला अब शांत होता दिखाई दे रहा है.
ग्रांफू-सुमदो सड़क के बहाल होते ही जहां स्पीति के पर्यटन कारोबारियों ने भी राहत की सांस ली है. समर सीजन में स्पीति का पर्यटन कारोबार इसी सड़क पर अधिक निर्भर रहता है. ऐसे में भले ही वर्तमान समय में स्पीति में सैलानी न पहुंचे, लेकिन आने वाले समय में यहां सैलानियों की चहलकदमी देखने को मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि मनाली-काजा मार्ग को लोक निर्माण विभाग ने बहाल कर दिया है. बड़ा दड़ा के पास आए हिमखंड को हटाकर मनाली-काजा मार्ग वाहनों के लिए बहाल हो गया है. इस मार्ग के बहाल होते ही लोग अब ऐतिहासिक चंद्रताल झील का दीदार कर सकेंगे. हालांकि कोरोना संकट में अभी पर्यटन कारोबार चौपट है, लेकिन हालात सामान्य होते ही चंद्रताल झील में रौनक लौट आएगी. नवंबर से बंद पड़ा यह मार्ग सात महीने बाद पर्यटन नगरी मनाली से जुड़ गया है.
इस मार्ग के बहाल होते ही विश्व के टॉप-10 टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल स्पीति घाटी भी मनाली से जुड़ गई है. लोगों को सात महीने बाद कुंजुम माता के दर्शन करने को मिलेंगे. शुरुआती दिनों में सफर संभल कर करना होगा. छोटे वाहन चालक अभी जोखिम न लें तो बेहतर रहेगा.