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सात महीने बाद लाहौल व मनाली से जुड़ा स्पीति, PWD ने बहाल की सड़क - लाहौल स्पिति का काजा

पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से ग्रांफू-सुमदो सड़क की बाहली का कार्य पूरा कर लिया गया है. लाहौल स्पिति का काजा सात महीने बाद मनाली से जुड़ गया है. इस मार्ग के बहाल होते ही लोग अब ऐतिहासिक चंद्रताल झील का दीदार कर सकेंगे.

reopen manali kaza road
reopen manali kaza road

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Published : Jun 14, 2020, 9:58 PM IST

मनालीः जनजातीय जिला लाहौल स्पिति का काजा सात महीने के बाद मनाली से जुड़ गया है. ग्रांफू-सुमदो सड़क की बाहली का कार्य पीडब्ल्यूडी ने पूरा कर लिया है. ऐसे में जहां कोरोना काल में मायूस हुए स्पीति के लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है. पीडब्ल्यूडी ने एक सप्ताह के भीतर मार्ग को बहाल करके यह दिखा दिया है कि वह भी बीआरओ की तरह ही लाहौल की सड़कों को बहाल करने में सक्षम है.

ऐसे में ग्रांफू-सुमदो सड़क को लेकर केंदर सरकार द्वारा जारी की गई नई अधिसूचना का जहां स्पीति के लोग विरोध कर रहे हैं, वहीं सड़क की बहाली के साथ कुछ हद तक यह मामला अब शांत होता दिखाई दे रहा है.

ग्रांफू-सुमदो सड़क के बहाल होते ही जहां स्पीति के पर्यटन कारोबारियों ने भी राहत की सांस ली है. समर सीजन में स्पीति का पर्यटन कारोबार इसी सड़क पर अधिक निर्भर रहता है. ऐसे में भले ही वर्तमान समय में स्पीति में सैलानी न पहुंचे, लेकिन आने वाले समय में यहां सैलानियों की चहलकदमी देखने को मिलेगी.

उल्लेखनीय है कि मनाली-काजा मार्ग को लोक निर्माण विभाग ने बहाल कर दिया है. बड़ा दड़ा के पास आए हिमखंड को हटाकर मनाली-काजा मार्ग वाहनों के लिए बहाल हो गया है. इस मार्ग के बहाल होते ही लोग अब ऐतिहासिक चंद्रताल झील का दीदार कर सकेंगे. हालांकि कोरोना संकट में अभी पर्यटन कारोबार चौपट है, लेकिन हालात सामान्य होते ही चंद्रताल झील में रौनक लौट आएगी. नवंबर से बंद पड़ा यह मार्ग सात महीने बाद पर्यटन नगरी मनाली से जुड़ गया है.

इस मार्ग के बहाल होते ही विश्व के टॉप-10 टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल स्पीति घाटी भी मनाली से जुड़ गई है. लोगों को सात महीने बाद कुंजुम माता के दर्शन करने को मिलेंगे. शुरुआती दिनों में सफर संभल कर करना होगा. छोटे वाहन चालक अभी जोखिम न लें तो बेहतर रहेगा.

बीआरओ ने रोहतांग बहाली के बाद मई के पहले सप्ताह से ग्रांफू से सड़क बहाली शुरू की थी, जबकि बीआरओ की सुमदो से आ रही टीम भी बातल पहुंच गई थी, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा सड़क पीडब्ल्यूडी को दे देने से बीआरओ ने मार्ग बहाली का कार्य बीच में ही बंद कर दिया था.

सामरिक महत्व को देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने औपचारिकता के साथ एक सप्ताह पहले मार्ग बहाली भी शुरू कर दी और दिन-रात काम करते हुए पीडब्ल्यूडी ने सुमदो-ग्रांफू सड़क को बहाल करने में कामयाबी हासिल की.

उधर, लोक निर्माण विभाग काजा डिविजन के अधिशाषी अभियंता टशी गयमदो ने बताया बीआरओ से शेष रहे कार्य को विभाग ने एक सप्ताह में पूरा करते हुए सुमदो-ग्रांफू सड़क को बहाल कर दिया है. जल्द ही सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी.

डोहरनी नाले के पास गिरी चट्टान

छतड्डू के बीच डोहरनी नाले में भारी भरकम चट्टान गिरने से काजा मार्ग अवरुद्ध हुआ है. पीडब्ल्यूडी विभाग कोकसर की टीम इस चट्टान को हटाने में जुटी है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही चट्टान के मलबे को सड़क से हटा लिया जाएगा.

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