किन्नौर:जिला किन्नौर कांग्रेस कमेटी के जिला महासचिव निर्मलचन्द्र नेगी ने मंगलवार को रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि सूरत नेगी द्वारा जिला किन्नौर में कई एनजीओ चलाए जा रहे हैं, लेकिन वह एनजीओ मैदान में काम नहीं कर रहे है. जिसके चलते एनजीओ द्वारा जनता को मिलने वाले लाभ से वंचित रखा जा रहा है.
किन्नौर कांग्रेस महासचिव निर्मलचन्द्र नेगी ने कहा कि सूरत (Kinnaur Congress Committee) नेगी जिले के अंदर विभिन्न एनजीओ के माध्यम से काम करने की बात करते हैं, जबकि उन्हें अपने एनजीओ में धनराशि का ब्यौरा भी शायद मालूम नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सूरत नेगी अपने सभी एनजीओ का हिसाब जनता के समक्ष रखे और जिले के अंदर जेएसडब्ल्यू जलविद्युत परियोजना के साथ मिलकर सूरत नेगी का एक एनजीओ काम करता है.
जिसे जेएसडब्ल्यू जलविद्युत परियोजना धनराशि देती है और एनजीओ के माध्यम से लोगों को हथकरघा व कौशल विकास से सम्बंधित काम सिखाने के लिए उपकरण इत्यादि उपलब्ध करवाना होता है, लेकिन सूरत नेगी अपने जान पहचान के लोगों को इसका लाभ दे रहे हैं, लेकिन आम जनता तक यह लाभ नही पहुंच रहा है.
उन्होंने कहा कि इतना ही नही बल्कि सूरत नेगी जब प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री (Nirmalchandra Negi PC In Kinnaur) प्रेम कुमार धूमल सत्ता में थे तो उस वक्त सूरत नेगी टिडोंग जलविद्युत परियोजना के कर्मचारी के रूप में काम करते थे और वे जलविद्युत परियोजना में बिना काम किए भी हजारों रुपये तनख्वाह के रूप में लेते थे उसका भी ब्यौरा जनता के समक्ष रखे.
निर्मलचन्द्र नेगी ने कहा कि सूरत नेगी किन्नौर जिला में राजनीतिक दबाव बनाकर अधिकारियों से काम करवा रहे है इसके अलावा वे जिला के विकास कार्यो को छोड़कर अपने व भाजपा के कुछ नेताओं के काम कर रहे है उन्होंने कहा कि यदि सूरत नेगी समय रहते अपने एनजीओ व दूसरे कार्यों का ब्यौरा जनता के समक्ष नहीं रखती है तो किन्नौर कांग्रेस कमेटी को मजबूरन उनके द्वारा किए गए सभी गलत कार्यों को जनता के समक्ष रखना पड़ेगा. इस दौरान जिला परिषद सदस्य हितेश नेगी, पूर्व प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव कुलवंत नेगी, किन्नौर कांग्रेस के जिला सचिव राजेश कालटा, कल्पा ब्लॉक कांग्रेस महासचिव वासू भूषण नेगी, शेर सिंह आदि मौजूद रहे.
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