कुल्लू: सीमा सड़क संगठन के द्वारा इन दिनों मनाली-लेह सड़क मार्ग की बहाली का कार्य किया जा रहा है. अगर मौसम ने साथ दिया तो अप्रैल माह में मनाली-लेह सड़क के सभी दर्रों को खोल दिया जाएगा. अटल टनल के चलते इस बार बीआरओ ने रोहतांग बहाली को प्राथमिकता न देकर बारालाचा दर्रे की बहाली को गति दी है.
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग की बहाली को गति देते हुए बीआरओ बारालाचा दर्रे के समीप पहुंच गया है. टनल बनने के बाद अब रोहतांग पर्यटन की दृष्टि से ही महत्वपूर्ण रह गया है. बारालाचा दर्रा लेह को मनाली से, कुंजम दर्रा स्पीति को लाहौल से व शिंकुला दर्रा जंस्कार को लाहौल घाटी से जोड़ेगा.
बीआरओ को राहत
समदो-ग्रांफू मार्ग मई-जून से पहले नहीं खुलता था. इस बार बर्फ नाममात्र पड़ने से समदो की ओर से बीआरओ की टीम कुंजम दर्रे को पार कर बातल के समीप पहुंच गई है, जबकि अटल टनल नॉर्थ पोर्टल से कुंजम की ओर बढ़ते हुए बीआरओ की टीम कोकसर से आगे निकल गई है. लेह लद्दाख भी इससे पहले मई-जून में बहाल होता रहा है, लेकिन इस बार अटल टनल बनने से बीआरओ को रोहतांग दर्रे के रूप में बड़ी राहत मिली है.