कुल्लू: कुल्लू जिले में बीते शाम से ही मौसम खराब बना हुआ है. मौसम के बदले मिजाज से ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात भी (Snowfall in Himachal) हुआ है. वहीं, बर्फबारी के कारण मनाली लेह सड़क मार्ग को बंद करना पड़ा है. मनाली-लेह सड़क मार्ग फिलहाल दारचा तक वाहनों की आवाजाही के लिए खुला है. दारचा से आगे सड़क पर भी बर्फबारी हुई है, ऐसे में अभी भी सड़क पर बर्फ जमी हुई है. बर्फ के कारण वाहनों को आगे नहीं भेजा जा रहा है. जिसके चलते मनाली लेह सड़क मार्ग फिलहाल वाहनों की आवाजाही के लिए बंद (Manali Leh road closed) हो गया है.
बर्फबारी के कारण मनाली लेह सड़क मार्ग बंद, दारचा तक भेजे जा रहे वाहन
कुल्लू जिले में बीते शाम से ही मौसम खराब बना हुआ है. मौसम के बदले मिजाज से ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात भी हुआ है. वहीं, बर्फबारी के कारण मनाली लेह सड़क मार्ग को बंद करना पड़ा है. मनाली से लेह सड़क दारचा तक फिलहाल वाहनों की आवाजाही के लिए खुली है. दारचा से आगे सड़क पर भी बर्फबारी हुई है, ऐसे में अभी भी सड़क पर बर्फ जमी हुई है. बर्फ के कारण वाहनों को आगे नहीं भेजा जा रहा है. जिसके चलते मनाली लेह सड़क मार्ग फिलहाल वाहनों की आवाजाही के (Manali Leh road closed) लिए बंद हो गया है.
इसके अलावा उदयपुर के पास कंडु नाला में भूस्खलन के कारण चंबा जिले की पांगी सड़क पर भी वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है. वहीं, कोकसर से आगे काजा सड़क पर छोटे वाहनों को फिलहाल जाने दिया जा रहा है और सड़क मार्ग भी छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया गया है. सड़क मार्ग बंद होने के चलते लेह जाने वाले पर्यटक दारचा के पास ही रुक गए हैं. पुलिस के जवान भी पर्यटकों को मौसम की जानकारी से समय-समय पर दे रहे हैं, ताकि मौसम खराब होने की स्थिति में कोई पर्यटक वाहन बर्फबारी में न फंस जाए.
बीते शाम लाहौल और मनाली के साथ-साथ ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी (Weather of Himachal) होने के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली है और पर्यटन कारोबारियों ने भी राहत की सांस ली है. कुल्लू जिले में बारिश और तूफान के चलते बागबानों को नुकसान हुआ है. लाहौल स्पीति के एसपी मानव वर्मा (Lahaul Spiti SP Manav Verma) ने बताया कि लाहौल घाटी में फिलहाल मौसम सिथर बना हुआ है. लेकिन दारचा से आगे पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी हो रही है. सड़क पर भी बर्फ जमी हुई है. जिसके चलते फिलहाल वाहनों की आवाजाही के लिए दारचा से आगे सड़क बंद कर दी गई है. जैसे ही मौसम की स्थिति बेहतर होती है, तो उसके बाद वाहनों को लेह की तरफ रवाना कर दिया जाएगा.