लाहौल स्पीति: जिला जाने वाले मजदूरों के लिए प्रशासन ने बड़ी राहत दी है. मजदूरों के अब कोरोना टेस्ट मनाली में लिए जाएंगे और नेगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें लाहौल भेजा जाएगा. वहीं, कई मजदूरों को मनाली अस्पताल से शनिवार को बिना टेस्ट किए ही लौटा दिया गया था, लेकिन अब लाहौल-स्पीति प्रशासन ने बाहंग और मनाली में कोविड टेस्ट के लिए दो कैंप स्थापित किए हैं.
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा
गौर रहे कि लाहौल में मजदूरों को कोविड टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य करने के बाद कई मजदूरों को सिस्सू से वापस भेजा गया था. उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि मनाली स्थित लाहौल-स्पीति भवन में कामगारों और मजदूरों के कोविड टेस्ट किए जाएंगे. जिन मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, उन्हें अटल-टनल के नॉर्थ पोर्टल में कंपनी के कैंप में बनाए जा रहे क्वारंटीन सेंटर में रखा जाएगा.
टेस्ट के लिए मेडिकल टीम भेजी मनाली
इसके अलावा केलांग से डॉक्टरों और पैरा मेडिकल की टीमें भी मनाली पहुंच गई हैं. जिप के पूर्व उपाध्यक्ष रिगजिन समफेल हायरपा, प्रधान संघ के पूर्व अध्यक्ष सुरेश आदि उपायुक्त की इस त्वरित कार्रवाई का स्वागत किया है. जिला कोविड निगरानी अधिकारी डॉ. रंजीत वैद्य ने कहा कि टेस्ट के लिए मेडिकल टीम मनाली भेजी गई है.
लाहौल आने से पहले प्रशासन को देनी होगी सूचना
उपायुक्त पंकज राय ने जानकारी देते हुए बताया कि जो भी स्थानीय लोग और ठेकेदार बाहर से श्रमिकों को कार्य करने के लिए लाहौल लाना चाहते हैं, उन्हें सम्पर्क सूत्र, 1077 पर फोन करके इसकी सूचना देनी होगी. जहां से इनकी सूचना की पुष्टि सम्बंधित पंचायत प्रधान द्वारा की जाएगी, जहां ये श्रमिक कार्य के लिए लाए जाने हैं. इसके बाद इनके आरटी पीसीआर टेस्ट किये जायेंगे.
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