कुल्लू: प्रदेश में नशे के फैलते जाल का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुल्लू पुलिस ने इस साल चरस बरामद करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. कुल्लू पुलिस ने साल 2020 में 165 किलो चरस बरामद की है. जबकि नशा तस्करों की 3 करोड़ की संपत्ति जब्त करने में भी सफलता हासिल की है. ये पिछले 10 सालों में कुल्लू पुलिस द्वारा बरामद की गई सबसे बड़ी चरस की खेप है.
कोरोना काल में जारी रहा नशे का गोरखधंधा
साल 2020 में कोरोना महामारी ने दुनियाभर में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया. देश में भी लगभग 3 महीने तक लॉकडाउन रहा जबकि हिमाचल में इस दौरान कर्फ्यू लगा रहा. कोरोना के कारण पुलिस की चौकसी भी बढ़ी लेकिन नशे के सौदागर तब भी नशे का जाल फैलाने में लगे रहे. लेकिन कुल्लू पुलिस ने नशा तस्करों के मंसूबों पर इस साल पानी फेर दिया.
कुल्लू पुलिस ने साल 2020 में 165 किलोग्राम चरस को बरामद कर दर्जनों तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है. यह पिछले 10 सालों में सबसे अधिक चरस बरामदगी है. इसके अलावा कुल्लू पुलिस ने 12 केस में 18 आरोपियों की संपत्ति को जब्त किया है. जिसकी कुल कीमत तीन करोड़ के लगभग है. इसके अलावा भांग या अन्य नशे की खेती करने के भी 67 मामले दर्ज किए गए जिनके तहत कई लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
क्या कहते हैं एसपी कुल्लू
एसपी कुल्लू गौरव सिंह का कहना है कि कुल्लू पुलिस ने कोरोना काल में भी लगातार नशा तस्करों के खिलाफ एक्शन मोड में रही. जिसका नतीजा है कि कोरोना काल में भी 10 साल का रिकॉर्ड चरस की बरामदगी हुई. इससे पहले बुधवार को भी कुल्लू पुलिस ने पुलिस लाइन में 53 किलो से अधिक चरस को जलाकर नष्ट किया था.
एसपी कुल्लू ने बताया कि 17 साल में कुल्लू के बंजार में सबसे अधिक 42 किलो चरस की खेप बरामद की गई. कोविड के बावजूद नशा जब्त हुआ और कई गिरफ्तारियां हुईं. जिनमें नशे के सप्लायर से लेकर डीलर और बिचौलिये शामिल हैं. इस साल नशे की खेती करने के भी 67 मामले दर्ज हुए हैं. एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में भी नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.