कुल्लू: जिला कुल्लू व लाहौल-स्पीति सीमा पर स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटक गंतव्य 13050 फुट ऊंचा हिमाच्छादित रोहतांग दर्रा के दीदार के लिए देसी व विदेशी सैलानियों तथा वाहन चालकों को अब गुलाबा व कोकसर बैरियरों पर लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. रोहतांग पास परमिट की वैधता जांचने के लिए जिला प्रशासन कुल्लू ने राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) हिमाचल प्रदेश के सहयोग से एक नई मोबाइल एप विकसित की है.
इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने बताया कि पहले ये काम काउंटर पर कंप्यूटर के द्वारा होता था. अब ये मोबाइल एप के द्वारा वाहन के पास जाकर ही परमिट को स्कैन करके चंद सेकंड में पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि चालकों को अपना वाहन छोड़कर काउंटर पर जाने की जरूरत भी नहीं होगी, बल्कि बैरियर कर्मचारी ही अब उनके पास जाकर परमिट जांच करेंगे.