कुल्लू: हिमाचल की खूबसूरत वादियों को निहारने के लिए देश और दुनिया से सैलानी (tourism place in himachal) पहुंचते हैं. कुल्लू-मनाली प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक है. हर साल यहां लाखों सैलानी घूमने (attrection for tourist manali) के लिए आते हैं. इसके बावजूद भी कुल्लू में कई ऐसी जगहें हैं, जिसके बारे में बहुत कम पर्यटकों को जानकारी है.
काईसधार थाच ट्रैकिंग रूट (KAISDHAR THACH TRACKING ROUTE) प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज पर्यटन स्थल है. यहां की वादियां गुलमर्ग और सोनमर्ग से कम नहीं हैं. इस ट्रैकिंग रूट को अंग्रेजों ने करीब 115 साल पहले ढूंडा था. इसके चलते ग्रामीण इस रूट को हैरिटेज ट्रैकिंग (trekking routs in himachal) रूट घोषित करने की मांग भी कर रहे हैं.
मूलभूत सुविधाओं के अभाव में काईसधार-थाच ट्रैकिंग रूट में पर्यटक कम ही पहुंच पाते हैं. सबसे अधिक समस्या सड़कों की है. सड़कों से दूर होने के कारण अधिकतर पर्यटक यहां नहीं पहुंच पाते. काईसधार-थाच ट्रैकिंग रूट के अलावा इस घाटी में डायनासर, डिब्बी डवार, हाथीपुर, कड़ौण, मठासौर और बड़ासौर जैसे पर्यटन स्थल भी हैं.
यहां लगघाटी के कड़ौण स्थित डाक बंगला और थाच में कई हट हैं, जिन्हें आज पर्यटन के तौर पर विकसित करने की आवश्यकता है. इसके साथ ही कड़ौण स्थित डाक बंगला और थाच में कई हट हैं, जिन्हें विकसित करने की जरूरत है. इसके अलावा घाटी में अन्य पर्यटन स्थल डायनासर, डिब्बी डवार, हाथीपुर, कड़ौण, मठासौर, बड़ासौर आज भी विकास की राह देख रहे हैं.