कुल्लू: कुल्लू शहर के रक्षक माने जाने वाले भगवान नरसिंह (Jaleb of Lord Narasimha in kullu) की अलौकिक एवं भव्य जलेब यात्रा वीरवार से शुरू हो गई है. अब कुल्लू दशहरा (International kullu dussehra 2022) खत्म होने तक रोजाना ये जलेब शहर में निकाली जाएगी. इस जलेब को राजा की जलेब भी कहा जाता है, क्योंकि परंपरा के अनुसार इस जलेब में कुल्लू के राजा पालकी में सज-धज कर यात्रा करते हैं. राजा महेश्वर सिंह ने भी आज विशेष प्रकार की पालकी में बैठकर पूरे शहर की परिक्रमा की.
वहीं, दशहरा पर्व में भाग लेने आए सैंकड़ों देवी-देवता भी बारी-बारी से इस जलेब में भाग लेते रहेंगे. इस जलेब के दौरान जहां आगे-आगे भगवान नरसिंह की घोड़ी सज-धज कर चलती है, वहीं पीछे-पीछे राजा की पालकी के साथ दोनों तरफ देवता के रथ भी चलते हैं. यह जलेब राजा की चानणी से शुरू होती है और पूरे ढालपुर की परिक्रमा करके चानणी के पास ही खत्म होती है. वहीं, दर्जनों देवी-देवता ढोल-नगाड़ों की थाप पर इस जलेब में पूरे शहर की परिक्रमा करते हैं और लोग नाचते-गाते हुए इस जलेब का आनंद लेते हैं.