बंजार: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) की बिसात बिछने को है. चुनाव में अभी भले ही कुछ वक्त है लेकिन प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. ऐसे में यह जानना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है कि आखिर सूबे के किस विधानसभा क्षेत्र में जनता को क्या-क्या परेशानी पेश आ रही है. क्षेत्र में अब तक क्या विकास हुए हैं और लोग अपने वर्तमान विधायक से संतुष्ट हैं या नहीं. हिमाचल सीट स्कैन में आज हम बात करने जा रहे हैं बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Seat ground report) की...
हिमाचल प्रदेश में अब कुछ ही माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में बंजार 24वीं विधानसभा सीट है. बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) में सत्तापक्ष के विधायक सुरेंद्र शौरी लगातार ग्रामीण इलाकों का दौरा कर रहे हैं और बीते सालों में किए गए विकास कार्यों का भी बखान जनता के बीच रख रहे हैं तो वहीं कांग्रेस भी विधायक की नाकामियों के बारे में जागरूकता अभियान चलाए हुए है.
बंजार विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग: बंजार विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में 1 लाख 14 हजार 313 जनसंख्या है. जिनमें से 72 हजार 684 मतदाता राजनीतिक दलों का भविष्य तय करेंगे. वर्तमान में बंजार विधानसभा क्षेत्र में 58,212 पुरुष और 56,031 महिलाओं की संख्या है. जिनमें 36,973 पुरुष मतदाता और 35711 महिला मतदाता राजनीतिक दलों का भविष्य तय करेंगे.
2017 में विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित:साल 2017 के विधानसभा चुनाव के समय बंजार निर्वाचन क्षेत्र में कुल 66,126 मतदाता थे, जिनमें से 33,971 पुरुष थे और 32,155 महिला मतदाता थीं. 2017 के विधानसभा चुनावों में बंजार निर्वाचन क्षेत्र में 80.37 फीसदी मतदान हुआ था और उस दौरान बंजार से बीजेपी के प्रत्याशी सुरेंद्र शौरी ने यह चुनाव जीता था. साल 2017 के चुनावों में भाजपा के प्रत्याशी सुरेंद्र शौरी को 28,007 मत हासिल हुए थे. तो वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह को 24,767 मत मिले थे. इसके अलावा बसपा के झाबे राम को 328 और 330 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था. इस चुनाव में जीत का अंतर 3,240 वोटों का था.
2012 में विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित: वहीं, साल 2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह ने 29,622 वोट लेकर इस सीट पर जीत हासिल की थी और बीजेपी के प्रत्याशी खीमी राम शर्मा को 20,330 मत हासिल हुए थे. सीपीआई(एम) प्रत्याशी नारायण सिंह को 474, निर्दलीय उम्मीदवार पारम राम को 412 वोट मिले थे.
पर्यटन की दृष्टि से बंजार विधानसभा क्षेत्र महत्वपूर्ण: बंजार विधानसभा क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज है और यहां पर धार्मिक पर्यटन भी काफी महत्वपूर्ण है. बंजार विधानसभा क्षेत्र में जीभी, जलोड़ी जोत व तीर्थन का इलाका दुनिया भर में मशहूर है. तीर्थन घाटी में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क भी पड़ता है और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के दीदार के लिए हर साल हजारों की संख्या में विदेशी सैलानी भी बंजार का रुख करते हैं. जीभी पर्यटन स्थल की बात करें तो यहां पर ट्री हाउस व होमस्टे लोगों के रोजगार को मजबूती प्रदान कर रहे हैं. इसके अलावा धार्मिक पर्यटन स्थल चैहणी कोठी, देवता श्रृंगा ऋषि का मंदिर, गुशैणी में माता गाड़ा दुर्गा, सैंज में शांगढ़ के मैदान, शेंशर में मनु ऋषि का मंदिर सहित कई ऐसे स्थल है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए देश-विदेश में जाने पहचाने जाते हैं.
बंजार विधानसभा में शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा: बंजार विधानसभा में बीते कई सालों से शिक्षा व स्वास्थ्य का ढांचा (Education and health facility in Banjar assembly) मजबूत नहीं हो पाया है. बंजार के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हमेशा कमी रहती है और लोगों को उपचार करवाने के लिए करीब 50 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय कुल्लू का ही रुख करना पड़ता है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरकार के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र तो खोले गए हैं, लेकिन यहां पर स्टाफ की तैनाती भी लंबे समय से नहीं हो पाई है. सरकार के द्वारा डेपुटेशन के आधार पर कुछ समय के लिए स्टाफ की तैनाती तो की जाती है, लेकिन उसके बाद हाल फिर से पहले की तरह हो जाते हैं.
वहीं, बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) में अधिकतर स्कूल ग्रामीण इलाकों में स्थित है. यहां पर भी कई बार शिक्षकों की कमी बच्चों के भविष्य में बाधा बनती है. इसके अलावा सड़क सुविधा भी बंजार विधानसभा क्षेत्र पर मजबूत नहीं हो पाई है. पूर्व कांग्रेस सरकार के समय और से लेकर ओट से जलोड़ी जोत होते हुए सैंज तक नेशनल हाईवे की घोषणा की गई. लेकिन अभी तक भी वह घोषणा पूरी नहीं हो पाई है. ओट से लेकर जलोड़ी जोत तक का सफर जगह-जगह काफी खतरनाक है और आए दिन यहां खतरनाक सड़क के कारण हादसे भी होते रहते हैं.