लाहौल स्पीति: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्योगिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के लाहौल-स्पीति स्थित कृषि विज्ञान केंद्र, ताबो में सेब दिवस एवं किसान मेले में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि लाहौल स्पीति में प्राकृतिक खेती (Natural Farming in Lahaul Spiti) को जिस तरह किसान ने आज भी सहेजा हुआ है, वह हम सब के लिए गर्व की बात है. (Rajendra Vishwanath Arlekar addresses farmers in Lahaul Spiti)
राज्यपाल ने कहा कि कुल्लू दशहरा (International Kullu Dussehra) के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुंतर में उनसे प्रदेश में प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी मांगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे इस दिशा में विशेष प्रयास करने को कहा ताकि हिमाचल प्राकृतिक कृषि के मामले में देश के अन्य राज्यों में अग्रणी भूमिका के तौर पर नजर आए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री प्राकृतिक खेती को लेकर काफी सकारात्मक है. उन्होंने किसानों आगे आकर भावी पीढ़ी को भी इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया. (PM Modi in International Kullu Dussehra)
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि प्राकृतिक खेती कर रहे किसानों के अनुभवों से अन्य किसानों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए. उन्होंने आश्वासन दिया कि जो किसान प्राकृतिक कृषि के लिए आगे आएंगे उन्हें प्रदेश सरकार और प्रशासन भी हर संभव मदद करेगी. इस अवसर पर, राज्यपाल ने 40 लाख की लागत से बने आदर्श खाद्य प्रसंस्करण इकाई का लोकार्पण किया. इस इकाई में सेब से बने उत्पाद और यहां पर होने वाली फसलों से उत्पाद तैयार किए जाएंगे. (farmers in lahaul spiti)