कुल्लू:जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में (Gadsa Valley of Kullu) बहने वाली नदी में इन दिनों निजी कंपनियों के द्वारा गंदगी डाली जा रही है (private companies dumped dirt in Gadsa river) जिससे नदी का साफ पानी प्रदूषित हो गया है (Dirt spread in Gadsa river). वहीं पानी के प्रदूषित (Gadsa river water getting polluted) होने के कारण उठाऊ पेयजल योजनाओं पर भी संकट मंडरा गया है. ऐसे में गड़सा घाटी के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग रखी है कि वह निजी कंपनियों पर कार्रवाई करें.
जिला कुल्लू की गड़सा घाटी (Gadsa Valley of Kullu) के विभिन्न गांव से एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग (DC Kullu Ashutosh Garg) से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने डीसी कुल्लू आशुतोष से शिकायत की हैं कि गड़सा घाटी के शिलागढ़ में निजी कंपनी के द्वारा टनल का निर्माण (Construction of tunnel in Shilagarh) किया जा रहा है. निर्माण के दौरान जो मिट्टी व गंदा पानी पहाड़ों से निकल रहा है उसे सीधे नदी में डाला जा रहा है. जिसके चलते आए दिन गड़सा नदी का पानी प्रदूषित (Gadsa river water getting polluted) हो रहा है.
KULLU: गड़सा नदी में फैली गंदगी, स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से की ये मांग - kullu news in hindi
जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में (Gadsa Valley of Kullu) बहने वाली नदी में इन दिनों निजी कंपनियों द्वारा गंदगी डाली जा रही है. (private companies dumped dirt in Gadsa river) जिससे नदी का साफ पानी प्रदूषित हो गया है. (Dirt spread in Gadsa river). ऐसे में स्थानीय लोगों ने डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग (DC Kullu Ashutosh Garg) से मुलाकात कर इस विषय पर उचित कार्रवाई करने की मांग है.
स्थानीय निवासी पूर्ण चंद (Local resident Puran Chand) का कहना है कि इस नदी से कई उठाऊ पेयजल व सिंचाई योजनाएं जुड़ी हुई है और पानी गंदा होने के चलते लोगों को भी खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं मत्स्य विभाग के द्वारा भी इस साल इस नदी में ट्राउट मछली का बीज (trout fish production in river) डाला गया है, लेकिन इस तरह के गंदे पानी में ट्राउट मछली का जीवित रह पाना भी काफी मुश्किल है.
पूर्ण चंद (Local resident Puran Chand) का कहना है कि स्थानीय लोग अपने फसलों की सिंचाई के लिए भी इसी पानी पर निर्भर रहते हैं, लेकिन गंदे पानी के कारण ग्रामीण अपनी फसलों व बगीचों में सिंचाई कार्य को नहीं कर पा रहे हैं. ग्रामीणों ने डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग (DC Kullu Ashutosh Garg) से मांग रखी कि वे इस बारे निजी कंपनियों को निर्देश जारी करें और नदी को प्रदूषित करने के मामले में उन पर कार्रवाई करें, ताकि गड़सा घाटी के विभिन्न गांव को नदी का साफ पानी प्रयोग में लाने के लिए काम आ सके.
ये भी पढे़ं:सिरमौर: सरकारी विभाग भी नहीं कर रहे बिजली बिल का भुगतान, जल शक्ति विभाग पर 4 करोड़ की देनदारी