कुल्लू: लाहौल स्पीति में स्रो फेस्टिवल का आयोजन करवाकर (snow festival in lahaul spiti) प्रदेश सरकार और स्थानीय विधायक डॉ. रामलाल मारकंडा ने लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है. एक तरफ जहां प्रदेश में ओमीक्रोन को लेकर नई बंदिशें प्रदेश सरकार द्वारा लगाई जा रही हैं. तो वहीं दूसरी ओर लाहौल स्पीति में प्रदेश सरकार स्नो फेस्टिवल करवा रही है. यह बात लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर (ravi thakur on snow festival) ने भुंतर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता (himachal congress meeting in bhunter) करते हुए कही.
रवि ठाकुर ने कहा कि बर्फबारी के बाद घाटी के गांवों का संपर्क देश दुनिया से कट गया है. लिहाजा लोगों की दिक्कतें बढ़ती नजर आ रही हैं. उन्होंने बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उनके मंत्रियों के महत्वपूर्ण कार्यक्रम रद्द किए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ लाहौल स्पीति में स्थानीय विधायक एवं सरकार में मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा घाटी में स्नो फेस्टिवल करवा लोगों की जान खतरे में डाल रहे हैं.
पूर्व विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने की बात कह रही है. वहीं, दूसरी तरफ लाहौल घाटी में स्नो फेस्टिवल का आगाज किया जा चुका है. ऐसे में एक ही सरकार के दो चेहरे सामने आ रहे हैं. ओमीक्रोन के खतरे को भांपते हुए जारी किए गए दिशा निर्देशों को लाहौल स्पीति में ठेंगा दिखाया जा रहा है. भुंतर में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि ओमीक्रोन के खतरे (omicrone cases in himachal) को देखते हुए पार्टी कार्यकर्ता उपायुक्त के माध्यम से स्नो फेस्टिवल को फिलहाल स्थगित करने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन भेजेंगे.