कुल्लू: जिला की सैंज घाटी की उप तहसील की अति दुर्गम पंचायत गाढ़ा पारली के शाकटी मरोड़ और शुगाड़ को बिजली मिलने वाली है. बीते दिन शिमला में सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य वन्यजीव बोर्ड की नौवीं बैठक में इन गांवों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई थी.
जानकारी के मुताबिक बंजार उपमंडल की सैंज घाटी के तीन गांवों शाक्टी, मरौड़ व शुघाड़ में बिजली नहीं है. इस कारण 200 लोगों की आबादी वाले इन गांवों में न तो टीवी चलता है न ही मोबाइल फोन काम करता है.
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में आते गांव
सबसे बड़ी समस्या ये है कि ये गांव ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क शमशी के तहत आते हैं. सैंक्चुअरी क्षेत्र होने के कारण वाइल्ड लाइफ विक ने काम पर रोक लगा दी. काम के लिए विद्युत विभाग को वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) के तहत अनुमति लेनी चाहिए थी, जो नहीं ली गई.
विधायक सुरेंद्र शौरी ने बताया है जिला के दुर्गम गांव शुगाड़, शाकटी और मरोड़ के लिए बिजली की हाई वोल्टेज लाइन के लिए वन भूमि हस्तांतरण का मामला राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड के लिए अनुमोदित किया गया है. जिससे जल्द ही उसकी स्वीकृति राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड से मिलेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मीटिंग में कहा है कि बिजली की सुविधा के बाद भविष्य में इन गांवों को सड़क सुविधाओं से भी जोड़ा जाएगा.
सुरेंद्र शौरी ने बताया कि विद्युत बोर्ड ने शाकटी मरोड़ व शुगाड़ गांव के लिए टेंडर भी करवा दिए हैं. हालांकि नेशनल पार्क होने की वजह से कुछ दिकतें आ रही हैं, लेकिन जल्द ही समस्या का समाधान करके उक्त क्षेत्रों को रोशनी की सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
बता दें कि इन गांवों में बिजली व्यवस्था करने को लेकर बीते सोमवार को CM की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई है. जिसमें वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी विशेष रूप से मौजूद रहे.
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