कुल्लू:देश- दुनिया में हिमाचल प्रदेश का जिला कुल्लू अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए काफी मशहूर है. यहां हर साल लाखों की संख्या में सैलानी पहाड़ियों का आनंद लेने और प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने के लिए घाटी का रुख करते हैं. वहीं, जिला कुल्लू काले सोने यानि (चरस )के लिए भी काफी मशहूर (drug smuggling in kullu) है. हालांकि ,प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन मिलकर काले सोने के कारोबार पर रोक लगाने में जुटे हुए हैं, लेकिन उसके बाद भी कुल्लू जिले में नशे का कारोबार थमता नजर नहीं आ रहा (drug cases in kullu) है.
इस साल 188 गिरफ्तार:तमाम दावों के बावजूद हिमाचल में चरस की खेती का दायरा कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है. आए दिन नशा तस्करों पर लगाम कसने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. बावजूद इसके नशे के सौदागर लगातार नशे सप्लाई कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा वर्ष 2022 में पकड़ी नशे की सामग्री से साफ-साफ लगाया जा सकता है. वर्ष 2022 में सात माह में 129 मामले दर्ज कर 188 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें 179 पुरूष और 9 महिलाएं शामिल है.
चरस और चिट्टा बरामद:नशा तस्करी करने पर पुलिस ने 173 भारतीय नागरिक और 5 विदेशी सहित 10 नेपाली मूल के लोग जो यहां आकर बस गए, उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है. इसमें अकेले चरस 79.853 किलोग्राम चरस बरामद की (charas in kullu) है, जबकि 712.429 ग्राम चिट्टा बरामद किया (chitta in kullu) है. इसके बावजूद भी लगातार नशे की सप्लाई रूकने का नाम नहीं ले रही है. नशा तस्कर रातों रात अमीर बनने की चाह में नशा तस्करी कर रहे हैं. पुलिस ने सबसे अधिक नशा तस्कर इस बार बंजार और मणिकर्ण घाटी में पकड़े हैं.