कुल्लू:जिला कुल्लू के बंजार उपमंडल की ग्राम पंचायत गाड़ापारली के अति दुर्गम व दूरस्थ क्षेत्र शाक्टी, मरौड़ व शुगाड़ को हिम ऊर्जा द्वारा अब रोशन करने की योजना तैयार की गई है. जल्द ही यहां ऑफ ग्रिड की स्थापना की जाएगी और ग्रामीणों से भी आग्रह किया गया है कि यहां पर उसके लिए जमीन की व्यवस्था की जाए.
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने तीनों गांवों के लिए 50 किलोमीटर पैदल सफर किया और ग्रामीणों की समस्या को सुना. 2 दिनों तक पैदल यात्रा के दौरान डीसी आशुतोष गर्ग ने बिजली, लोक निर्माण, ग्रामीण विकास विभागों के अधिकारियों के अलावा शिमला से हिमऊर्जा विभाग के अधिकारियों की टीम को बुलाकर उन्हें अपने साथ लेकर 5 अक्तूबर को सुवह-सवेरे शाक्टी-मरौड़ के लिए रवाना हुए थे.
आशुतोष गर्ग शाक्टी-मरौड़ के लिए दुर्गम पैदल रास्ते में कभी चलते-चलते तो कभी रूककर अधिकारियों के साथ बिजली व सड़क की सुविधा के सृजन को लेकर विचार-विमर्श करने के उपरांत उन्हें आवश्यक निर्देश देते रहे. रास्ते में उन्होंने हर बारीक पहलू पर गौर किया कि किस प्रकार से इन दूरस्थ गांवों के लोगों को सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकती हैं. उन्होंने ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क व वनभूमि की मौजूदगी में लोगों के लिए सुविधाएं जुटाने के बारे में बारीकी से विभागीय अधिकारियों से चर्चा की.
अधिकारियों की टीम ने पहले दिन शाक्टी गांव में रात्रि ठहराव किया. वहां पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों तथा गांव के बुजुर्ग लोगों से मिले और उनके साथ गांव के विकास को लेकर लंबा संवाद किया. गौरतलब है कि कई साल पहले आशुतोष गर्ग से पूर्व केवल एक ही डीसी राकेश कंवर इन दूरस्थ गांवों तक पहुंचे हैं. डीसी और उनकी टीम ने गाड़ापारली पंचायत के अपने प्रवास के दूसरे दिन मरौड़ व शुगाड़ गांवों का दौरा किया.