किन्नौर:कोविड समय में प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों में पढ़ रहे ऐसे बच्चे जो मोबाइल खरीदने में असमर्थ थे उनके लिए 'डिजिटल साथी, बच्चों का सहारा फोन हमारा' कार्यक्रम आरंभ किया. जिसके तहत स्वयं सेवी संस्थाओं व लोगों से ऐसे बच्चे जो मोबाइल फोन खरीदने में असमर्थ हैं उनके लिए स्मार्ट मोबाइल फोन को डोनेट करने का आग्रह किया गया.
किन्नौर में Mobile खरीदने में असमर्थ बच्चों को मिलेंगे स्मार्टफोन, ऑनलाइन पढ़ाई में मिलेगी मदद
कोविड समय में प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों में पढ़ रहे ऐसे बच्चे जो मोबाइल खरीदने में असमर्थ थे उनके लिए 'डिजिटल साथी, बच्चों का सहारा फोन हमारा' कार्यक्रम आरंभ किया. जिसके तहत स्वयं सेवी संस्थाओं व लोगों से ऐसे बच्चे जो मोबाइल फोन खरीदने में असमर्थ हैं उनके लिए स्मार्ट मोबाइल फोन को डोनेट करने का आग्रह किया गया. जिसके तहत रविवार को उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जिले की 16 पाठशालाओं के प्रधानाचार्य/मुख्य अध्यापकों को प्रदान किए, ताकि वे इन स्मार्टफोन को जरूरतमंद विद्यार्थियों को प्रदान कर सकें.
इस आग्रह पर 'ऑर्ट ऑफ लिविंग' द्वारा किन्नौर जिले के विभिन्न पाठशालाओं में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के लिए 50 स्मार्टफोन डोनेट किए. जिन्हें रविवार को यहां उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जिले की 16 पाठशालाओं के प्रधानाचार्य/मुख्य अध्यापकों को प्रदान किए, ताकि वे इन स्मार्टफोन को जरूरतमंद विद्यार्थियों को प्रदान कर सकें. उपायुक्त ने उम्मीद जताई कि स्मार्टफोन उपलब्ध हो जाने से अब ये विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
उपायुक्त ने ऑर्ट ऑफ लिविंग संस्था का भी जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए मोबाइल फोन डोनेट करने के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि उन द्वारा की गई यह सहायता विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने में सहायक सिद्ध होगी. इस अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रिकांगपिओ के प्रधानाचार्य कुलदीप नेगी भी उपस्थित थे.