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अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा: गोविंद ठाकुर ने देव कारदारों के साथ किया मंथन - Education Minister's meeting in Kullu

15 अक्टूबर से आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे की तैयारियों के लिए शिक्षा मंत्री एवं दशहरा समीति के अध्यक्ष गोविंद ठाकुर ने अटल सदन में एक बैठक बुलाई. इस दौरान देवी-देवताओं के सभी कारकून मौजूद रहें. बैठक को संबोधित करते हुए गोविंद ठाकुर ने कहा कि दशहरा में जिले के सभी भागों से देवी-देवता हिस्सा लेंगे.

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Published : Sep 25, 2021, 7:41 PM IST

Updated : Sep 25, 2021, 7:51 PM IST

कुल्लू: 15 अक्टूबर से 21 अक्टूबर, 2021 तक आयोजित किये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरे में देव परम्पराओं के निर्वहन को लेकर शिक्षा मंत्री एवं अध्यक्ष दशहरा समिति गोविंद सिंह ठाकुर ने जिले के देवी-देवताओं के समस्त कारकूनों के साथ अटल सदन कुल्लू में बैठक की. बैठक में कोविड के बीच दशहरे के आयोजन को लेकर विस्तारपूर्वक मंथन किया गया.

बैठक को संबोधित करते हुए गोविंद ठाकुर ने कहा कि दशहरा में जिले के सभी भागों से देवी-देवता हिस्सा लेंगे. पूरे सप्ताह ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में देवी-देवताओं का महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना रहेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है और वैज्ञानिकों ने अक्टूबर माह के दौरान तीसरी लहर की आशंका जताई है, जिसके चलते कोविड नियमों का पालन करना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक गतिविधियां नहीं हो पाएंगी और न ही कलाकेन्द्र सजेगा.

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गोविंद ठाकुर ने कहा कि दशहरे के आयोजन को लेकर अभी 27 सितंबर को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विशेष बैठक करेंगे और स्थिति के अनुसार तथा देव समाज से जुड़े लोगों के सुझावों के अनुरूप जो भी निर्णय लिया जाएगा, उसका सभी सम्मान करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी बुद्धिजीवी लोग, देवता कारदार संघ, पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि, नगर निकाय व आम लोग सभी से दशहरा उत्सव मनाने के संबंध में सुझाव प्राप्त हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला देवास्था का बड़ा केन्द्र है और लोगों की भावनाओं का सम्मान करना उनका नैतिक दायित्व है.


शिक्षा मंत्री ने कहा कि देवताओं के प्रति लोगों की गहन आस्था है और ऐसे भी किसी को भी दर्शन करने से वंचित नहीं किया जा सकता. अत्याधिक भीड़ को बलपूर्वक नियंत्रित करने के पक्ष में वह विल्कुल नहीं हैं. उन्होंने कहा कि सभी लोग जो ढालपुर मैदान आएंगे, देवता के दर्शन करने की उन्हें छूट होगी.

कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि दशहरा उत्सव का आयोजन पूर्व की तरह ही किया जाना चाहिए. जहां जरूरत हो, वहां कोविड नियमों की अनुपालना करवाई जाए. उन्होंने कहा कि स्थानीय शिल्पकारों के उत्पादों की बिक्री के लिये स्टॉल लगाए जाने चाहिए. वहीं, बंजार के विधायक सुरेन्द्र शौरी ने कहा कि सभी लोग दशहरा उत्सव का आयोजन चाहते हैं और इसके स्वरूप को अंतिम रूप देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बीच व्यवस्था बनाना भी जरूरी है और सख्ती भी जरूरी है.

पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने कहा कि दशहरा उत्सव सभी लोग मनाना चाहते हैं. सभी देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाना चाहिए. देव समागम के अलावा अन्य गतिविधियां शासन व प्रशासन नियमों के अनुसार करें. एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह तथा जिला कारदार संघ के अध्यक्ष जयचंद ठाकुर ने स्वागत भाषण में कहा कि जिले के समस्त देवी-देवताओं की मौजूदगी दशहरा उत्सव में सुनिश्चित बनाई जानी चाहिए. सरकार अन्य गतिविधियों के आयोजन पर अंतिम फैसला ले.

उपायुक्त एवं दशहरा उत्सव समिति के उपाध्यक्ष आशुतोष गर्ग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव-2021 की रूपरेखा देव समाज से जुड़े लोगों तथा चुने हुए प्रतिनिधियों के सुझावों के अनुरूप ही तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि कोविड नियमों की अनुपालना करना सभी का दायित्व है और मैदान की क्षमता का 50 प्रतिशत भाग का ही उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अत्यधिक भीड़ को निमंत्रण नहीं दिया जा सकता, इसे नियंत्रित करना मुश्किल होगा.

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Last Updated : Sep 25, 2021, 7:51 PM IST

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