कुल्लू:प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी अटल श्रेष्ठ शहर योजना (Atal Shresth Shahar Yojna) में नगर परिषद कुल्लू और नगर परिषद नाहन मालामाल हो गई हैं. विभिन्न क्षेत्र में बेहतरीन कार्य के लिए दोनों नगर परिषदों को एक-एक करोड़ रुपये का पुरस्कार मिला. अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान मनाली के सभागार में वीरवार को पारितोषिक वितरण समारोह हुआ. इस दौरान मुख्य अतिथि शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) ने वर्ष 2020 और 2021 में विजेता रहने वाली नगर परिषदों और नगर पंचायतों को सम्मानित किया.
नगर परिषद श्रेणी में वर्ष 2020 के विजेता नगर परिषद नाहन को एक करोड़ का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया. दूसरा स्थान हासिल करने वाली नगर परिषद मनाली को 75 लाख, जबकि तीसरे स्थान पर नगर परिषद कुल्लू को 50 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया. इसी प्रकार, नगर पंचायत श्रेणी में पहले स्थान पर चोपाल, दूसरे पर गगरेट व तीसरे स्थान पर कोटखाई नगर पंचायत को क्रमशः 75 लाख, 50 लाख व 25 लाख रुपए के इनाम वितरित किए गए.
वहीं, वर्ष 2021 के लिए नगर परिषद कुल्लू को प्रथम स्थान हासिल करने पर एक करोड रुपए, ऊना को 75 लाख रुपए व बद्दी को 50 लाख रुपए के पुरस्कार प्रदान किए गए. नगर पंचायत श्रेणी में जिला सोलन का अर्की पहले स्थान पर रहा और 75 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया. जबकि दूसरे स्थान पर सुन्नी को 50 लाख व नारकंडा को 25 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया. इस अवसर पर अपने संबोधन के दौरान शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 61 स्थानीय शहरी निकाय हैं. वर्ष 1948 से पहले प्रदेश में केवल 8 शहरी स्थानीय निकाय थीं. जबकि 1971 में हिमाचल प्रदेश के गठन के समय 23 स्थानीय शहरी निकाय कार्यरत थीं. जिनकी संख्या बढ़कर अब 61 हो गई है. यह शहरीकरण की ओर बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है.