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मंडियों में हाथों हाथ बिक रही सेब की नई किस्में, बागवान हो रहे मालामाल

कुल्लू के बागवानों को सेब की नई किस्म जेरोमाइन और रेड ब्लॉक्स, रेडियम गाला के लिए मंडियों में अच्छे दाम मिल रहे है. मार्च 2017 में लगाई गई नई वैरायटी के सेब ने 2019 में इन पौधों में फल देना शुरू कर दिया है.

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Published : Aug 28, 2020, 1:01 PM IST

apples in kullu
कुल्लू मंडी में सेब के दाम

कुल्लू: कोरोना काल में जहां हर वर्ग को नुकसान हो रहा है. वहीं, कुल्लू के बागवानों ने सेब के अच्छे दाम मिलने पर राहत महसूस की है. सेब की नई किस्म जेरोमाइन और रेड ब्लॉक्स, रेडियम गाला अब 7500 फीट की ऊंचाई पर भी तैयार हो गया है. इन्हें लगाने के बाद बागवानों की अच्छी कमाई हो रही है.

दरअसल मार्च 2017 में लगाई गई नई वैरायटी के सेब ने 2019 में इन पौधों में फल देना शुरू कर दिया है. इस दौरान इनकी छंटाई की गई जिसके कारण इस साल फसल पूर्ण रूप से तैयार हो गई. इसमें 50 पौधों से 10 किलोग्राम की 21 पेटियां तैयार हुई हैं.

कुल्लू के बागवान किशन ठाकुर ने बताया कि इन सेब को खेगसू में बेचने के लिए ले गए तो आढ़ती इन सेब को देखने के बाद इसे खरीदने के लिए आगे आए. इस किस्म के सेबों की मंडियों में अधिक मांग है. इसमें गाला का 1300 रुपये प्रति पेटी और रेड ब्लॉकस और जेरोमाइन 1500 रुपये प्रति पेटी दाम मिला है. 21 पेटियों के कुल 29 हजार 700 रुपये मिले हैं.

किशन ठाकुर ने बताया कि वर्षों पुरानी रॉयल के 300 पेड़ भी उनके पास हैं लेकिन इन 50 पौधों के मुकाबले वह इतनी फसल नहीं दे पाते हैं. अब खुन्न में अधिकतर इस वैरायटी को लगाना शुरू कर रहे हैं. जेरोमाइन और रेड ब्लॉक्स सेमी स्पर किस्में हैं. यह इटली से आयात करके यहां तैयार की जा रही हैं. जेरोमाइन की खासियत यह है कि यह कम ऊंचाई वाले इलाकों में भी तैयार होता है.

कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आम तौर पर सेब पर रंग की समस्या रहती है. रेड ब्लॉक्स किस्म को ऊंचाई वाले इलाकों में लगाया जा सकता है. कुल्लू जिला में सेब बागवान अब नई वैरायटी को लगाकर मालामाल हो रहे हैं. मंडियों में अच्छे दाम मिल रहे हैं. कुल्लू जिला को सेब की पैदावार के लिए जाना जाता है.

बागवानों को इस साल सेब के मंडियों में अच्छे दाम मिल रहे हैं. कुल्लू जिला को सेब की पैदावार के लिए जाना जाता है. बागवानों ने इस साल अच्छे पैसे कमाए हैं. कोरोना काल में लोगों के सभी तरह के कारोबार चौपट हो गए थे अब सेब ने लोगों की आर्थिकी को मजबूत किया है.

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