लाहौल-स्पिति: बर्फबारी से छह महीने तक ढके रहने वाले जनजातीय क्षेत्र स्पीति के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने में हिमाचल सरकार और अपोलो के सहयोग से चल रहा टेलीमेडिसिन सेंटर काफी मददगार साबित हो रहा है. अभी हाल ही में काजा में गर्भवती महिला के प्रसव करवाने में सेंटर ने काफी अहम भूमिका निभाई.
बीते दिनों क्यामो गांव की रहने वाली 27 वर्षीय तेंजिन लामो प्रसव पीड़ा से कहरा रही थी, उसके परिजन उसे काजा अस्पताल में ले आए. पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), काजा में भर्ती कराया गया था. इसी दौरान यहां पर मिशन अस्पताल मनाली की ओर से कैंप भी चल रहा था. स्थानीय चिकित्सकों, मिशन अस्पताल और अपोलो टेलीमेडिसिन सेंटर ने संयुक्त प्रयास से पीड़िता को सही उपचार मिल पाया. पीड़िता का सिजेरियन काजा में करवाया गया. बता दें कि पहली बार काजा में सिजेरियन हुआ है. असल में काजा में सामान्य प्रसव ही करवाया जाता है, लेकिन अगर पीड़िता को रेफर करते तो मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा था.
इसके बाद बच्चे को छह दिनों तक काजा में अपोलो टेलीमेडिसिन सेंटर ने निगरानी में रखा गया. डॉ अल्फा खाखर (एमडी, एमबीबीएस) अपोलो हॉस्पिटल्स ने बताया कि टेलीमेडिसिन पर पूरी तरह से जांच की और पोस्टपार्टम हेमरेज के रूप में स्थिति का निदान किया. बच्चे पर जटिलताएं भी दिखाई देने लगी थीं क्योंकि प्रसव समय से पहले था और बच्चे का वजन कम था इसके अलावा, जन्म के समय बच्चे का रंग नीला पड़ गया था.