किन्नौर:किन्नौर जिला के रिकांगपिओ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई के कार्यकर्ताओं ने रिकांगपिओ महाविद्यालय में प्रदेश विश्वविद्यालय में मंगलवार को एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा जनजातीय छात्रों पर किये गए हमले पर धरना प्रदर्शन (ABVP demonstration in Reckong Peo College) किया है. इस धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक सूर्या नेगी ने (ABVP protest against SFI in ReckongPeo) की.
रिकांगपिओ में एबीवीपी का धरना प्रदर्शन, एसएफआई कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने की मांग - Studest union in himachal
प्रदेश विश्वविद्यालय में मंगलवार को एसएफआई के कार्यकर्ताओं और जनजातीय छात्रों के बीच झड़प (ABVP demonstration in Reckong Peo College) हुई थी. जिसके विरोध में वीरवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई के कार्यकर्ताओं ने रिकांगपिओ महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन किया (ABVP protest against SFI in ReckongPeo) और एसएफआई पर जनजातीय छात्रों को जबरन विश्वविद्यालय परिसर में एसएफआई के पट्टे पहनाने के आरोप (fight between SFI and abvp) लगाए. वहीं विद्यार्थी परिषद ने एसएफआई कार्यकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की.
जिला संयोजक सूर्या नेगी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि एक तरफ प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र के छात्र दुर्गम क्षेत्रों से अपनी शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रदेश विश्वविद्यालय में जाते हैं. वहीं, दूसरी ओर एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा जनजातीय छात्रों पर विश्वविद्यालय परिसर के अंदर हथियारों से हमला किया जाता है, जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को एसएफआई के कुछ कार्यकर्ताओं ने जनजातीय छात्रों को जबरन विश्वविद्यालय परिसर में एसएफआई के पट्टे पहनाने की कोशिश की.
वहीं, जब कुछ जनजातीय छात्रों द्वारा इसका विरोध किया गया तो एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने जनजातीय छात्रों पर तेज तर्रार हथियारों से हमला किया. जिसमें कई जनजातीय छात्रों को गंभीर चोटें भी आई हैं और उन छात्रों का इलाज चिकित्सालय में चल रहा है.
सूर्या नेगी ने कहा कि बुधवार को भी एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा जनजातीय छात्रों समेत विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले छात्रों के साथ बहसबाजी (ABVP protest in kinnaur) की है. उन्होंने कहा कि जिन एसएफआई के छात्रों ने प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर के अंदर जनजातीय छात्रों पर हमला (fight between SFI and abvp) किया है और विश्वविद्यालय परिसर में अध्यापकों व छात्रों से बहसबाजी की है. ऐसे सभी एसएफआई कार्यकर्ताओं पर पुलिस प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटना को कोई अंजाम न दे सके.
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