BREAKING: पूर्व मुख्यमंत्री सचिव पी मित्रा का निधन, कैंसर से पीड़ित थे मित्रा:मुख्यमंत्री के पूर्व सचिव पी मित्रा का देहांत हो गया (P Mitra passes away) है. पी मित्रा कैंसर से पीड़ित थे.
मां भीमाकाली का आशीर्वाद लेकर शिमला लौटीं प्रतिभा सिंह, कहा: चुनावों में एक जुट होकर लड़ेगी कांग्रेस:मां भीमाकाली काली का आशीर्वाद लेने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Himachal Congress president Pratibha Singh) बुधवार सुबह रामपुर से शिमला के लिए रवाना (Pratibha Singh returned to Shimla from Rampur) हुई. रामपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रतिभा सिंह ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद उनके समक्ष अब एक बड़ी चुनौती है, जिसको लेकर वे कांग्रेस को एकजुट कर के कार्य करेंगी.
हिमाचल कैबिनेट की बैठक शुरू, 20 से अधिक एजेंडों पर होगी चर्चा:हिमाचल प्रदेश सरकार की कैबिनेट मीटिंग राज्य सचिवालय शिमला में (JAIRAM CABINET MEETING) शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कल ही कैबिनेट बैठक के लिए दिल्ली से लौटे हैं. कैबिनेट मीटिंग में 20 से अधिक ऐजेंडे तय किए गए हैं. वहीं, आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश के राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना को लेकर चर्चा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी की मीटिंग का समय दोपहर बाद साढ़े बारह बजे रखा गया है. ऐसे में कैबिनेट मीटिंग दो घंटे ही चलेगी. बाद में प्रधानमंत्री की मीटिंग की अवधि के अनुसार कैबिनेट फिर से चर्चा के लिए जुड़ेगी.
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सतर्क हुआ आईजीएमसी प्रशासन, अब ऑपरेशन से पहले COVID टेस्ट अनिवार्य:देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. हिमाचल की बात करें तो यहां भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की (Corona cases in Himachal) गई है. वहीं, राजधानी शिमला में अभी कोरोना के मामले ज्यादा नहीं है, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईजीएमसी अस्पताल अब सतर्क हो गया है. आईजीएमसी प्रशासन ने दोबारा से ऑपरेशन से पहले कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य कर दिया है.
हिमाचल कांग्रेस का पावर सेंटर फिर से Holly Lodge शिफ्ट, पार्टी में अब 'रानी' युग:हिमाचल कांग्रेस में संगठन व सत्ता का पावर सेंटर होली लॉज ही रहा. अब प्रतिभा सिंह के (Holly Lodge shimla) प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करने का वैन्यू भी होली लॉज ही चुना है. ये एक तरह का संकेत है कि होली लॉज से ही संगठन की गतिविधियों की रूपरेखा तय होगी. ये सांकेतिक कदम बड़ा अहम है. इसके कई मनोवैज्ञानिक पक्ष हैं.