हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर के पर्ची काउंटर पर मिलने वाले टोकन पर अभी भी क्षेत्रीय अस्पताल का ही नाम चल रहा है. कॉलेज की कई ओपीडी के बाहर लगी टोकन डिस्प्ले भी खराब ही हैं. साथ ही जिन ओपीडी के बाहर टोकन डिस्प्ले लगी हैं, वहां भी इनका उचित प्रयोग नहीं हो पा रहा है.
बता दें कि मेडिकल कॉलेज को चले एक साल से ज्यादा समय हो गया है लेकिन अस्पताल के पर्ची काउंटर पर मिलने वाले टोकन पर अभी भी क्षेत्रीय अस्पताल ही अंकित है. कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि इस गलती में जल्द ही सुधार किया जाएगा.
कॉलेज में कई अव्यवस्थाओं के चलते लोग धक्कामुक्की कर ओपीडी में घुसते हैं जिससे मरीजों और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है. अस्पताल के जेरिए ट्रिक वार्ड की दशा भी नहीं सुधर पाई है. बारिश की स्थिति में वार्ड में पानी भर जाता है.
मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ. अनिल वर्मा ने कहा कि टोकन मशीनें अपडेट नहीं करवाई गई हैं, इसलिए रीजनल अस्पताल लिखा आ रहा है. उन्होंने कहा कि संबंधित कंपनी को इन्हें अपडेट करने के लिए कहा गया है. अस्पताल में कर्मचारियों की कमी के कारण दिक्कतें पेश आ रही है जिनके समाधान के लिए प्रबंधन प्रयासरत है.