हमीरपुर: जिला मुख्यालय हमीरपुर में पिछले 10 दिन के भीतर हुई चोरी की दो वारदातों में अभी तक पुलिस खाली हाथ हैं. जिन घरों में चोरी हुई है उनके अगल-बगल के मकानों में जरूर सीसीटीवी कैमरा लगे हैं, लेकिन पुलिस को इनसे भी पुख्ता सबूत हाथ ना लगने के कारण अभी तक सफलता हाथ नहीं लग पाई है. वहीं, अब जिला पुलिस हमीरपुर की तरफ से गश्त बढ़ाने की दलील दी जा रही है. साथ ही पुलिस कप्तान डॉ. आकृति शर्मा ठीकरी पहरे के विकल्प पर भी विचार करने की लोगों से अपील कर रही हैं.
आशंका यह भी है कि जिले में कोई चोर गिरोह सक्रिय है जो इन वारदातों को अंजाम दे रहा है. ऐसे में जिला पुलिस अधिकारियों की ठीकरी पहरे की पारंपरिक तरीकों की दुहाई देना कहां तक लाजमी है, यह भी अपने आप में एक बड़ा सवाल है. हमीरपुर में सामने आई दोनों चोरी की घटनाओं में संबंधित घरों में सीसीटीवी कैमरा ना होना अभी बड़ी लापरवाही माना जा रहा है. ऐसे में लोगों का सजग होना भी जरूरी है ताकि घरों में सीसीटीवी उपलब्ध होने पर पुलिस को जांच में कुछ हद तक मदद मिल सके. घर में सीसीटीवी ना होना तो लापरवाही माना जा सकता है, लेकिन ठीकरी पहरे का विकल्प भागदौड़ भरी इस जिंदगी में कितना तर्कपूर्ण और व्यावहारिक है यह सोचने का विषय है.