हमीरपुर: स्टार प्रचारकों की रैली से एक दिन पहले हिमाचल प्रदेश की सियासी फिजाओं में सरगर्मियां तेज हो गई हैं. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के ऊना जिला के सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर लोगों के विरोध के चलते वीरवार को नुक्कड़ सभा में नहीं पहुंच पाए. लोगों ने भाजपा नेताओं की गाड़ियों को नुक्कड़ सभा के स्थल तक पहुंचने से पहले ही घेर लिया. हालांकि भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती को पहले ही इसकी भनक लग चुकी थी. सतपाल सत्ती अपनी गाड़ी के बजाय दूसरी गाड़ी में सवार होकर रैली स्थल पर पहुंचे जबकि अनुराग नुक्कड़ सभा स्थल पर नहीं पहुंच पाए.
बीजेपी नेताओं की गाड़ी का घेराव करते ग्रामीण. दरअसल, भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती सदर विधानसभा क्षेत्र के रायपुर सहोड़ा में नुक्कड़ सभा करने जा रहे थे. इसी दौरान दोनों नेताओं को लोगों के विरोध की भनक लग गई. लिहाजा रैली स्थल पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था.
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रणनीति के तहत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी में कुछ कार्यकर्ताओं को वहां भेजा गया. तनाव बढ़ता देखकर पुलिस कर्मियों ने लोगों को शांत कराया. विरोध प्रदर्शन थमने के बाद सतपाल सत्ती नुक्कड़ सभा स्थल पर पहुंचे. लेकिन अनुराग ठाकुर नुक्कड़ सभा में नहीं पहुंच सके. हालांकि भाजपा प्रत्याशी और प्रदेशाध्यक्ष इस तरह के विरोध प्रदर्शन को नकार रहे हैं. दोनों नेताओं के घेराव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
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...तो इसलिए बीजेपी नेताओं का हुआ था विरोध
बता दें कि अक्टूबर 2018 में इस गांव के एक युवक की संदिग्ध अवस्था में पेड़ से लटका हुआ शव मिला था. स्थानीय ग्रामीणों ने युवक की मौत पर आशंका जाहिर की थी और सीबीआई से जांच की मांग भी सांसद अनुराग ठाकुर के समक्ष रखी थी. लोगों ने आक्रोश में आकर उस दौरान चक्का जाम भी किया था. जिस पर पुलिस ने कई लोगों पर केस दर्ज किए थे. इसी घटना को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त था, लोगों का कहना था कि जिस गांव के युवा इस विरोध प्रदर्शन में शामिल तक नहीं थे फिर भी उन पर केस दर्ज किया गया. इसी कारण ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.