हमीरपुर: कोरोना संकट ने देश-दुनिया में आर्थिकी को बुरी तरीके से प्रभावित किया है. कोरोना काल में कई लोगों की नौकरी गई हैं तो कई परिवारों को खाने के लाले पड़ गए हैं. लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी कई लोग ऐसे हैं जो ना सिर्फ परिवार के लिए बल्कि दूसरे लोगों के लिए मिसाल पेश कर रहे हैं. इन्हीं में से एक हैं हमीरपुर जिले की रीता कुमारी. कोरोना संकट के बीच में जिला हमीरपुर में ग्राम पंचायत नारा के गांव खरूणी निवासी रीता ने आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की है.
कोरान संकट से पहले रीता कुमारी के परिवार में सबकुछ अच्छा था. वह खुद निजी स्कूल में पढ़ाती थी, लेकिन कोरोना काल में उनकी नौकरी चली गई. ऐसी विकट परिस्थिति में रीता ने हार नहीं मानी और कुछ अलग करके परिवार को आर्थिकी को फिर से पटरी पर लाने के प्रयास में जुट गईं.
कोरोना संकट के चलते लगे लॉकडाउन के कारण निजी स्कूल में शिक्षक रीता कुमारी की नौकरी चली गई जिससे परिवार की परेशानी बढ़ गई. आजीविका का साधन खत्म होने के बाद महिला ने हिम्मत नहीं हारी और बैंक लोन लेकर खेतों की ओर रूख कर लिया. महिला रीता कुमारी ने आय के लिए कर्ज लेकर एक खेत में एलोवेरा की खेती शुरू कर दी ताकि घर में रहते हुए भी कुछ कमाई हो सके.