हमीरपुर:प्रदेश सरकार की हिम केयर योजना (him care card renewal) के पात्र लोगों के लिए अच्छी खबर है. कोविड की वजह से हिम केयर योजना के कार्ड का नवीनीकरण अब साल भर होगा. पूर्व में साल में कुछ समय के लिए नवीनीकरण का मौका लोगों को मिल पाता था. अब सरकार और स्वास्थ्य विभाग (himachal him care yojana) के इस निर्णय से लोगों को लाभ मिलेगा.
इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी हमीरपुर आरके अग्निहोत्री ने कहा कि कोविड की वजह से प्रदेश के लोगों को राहत प्रदान की है. अब लोग सालभर लोग हिमकेयर योजना के कार्ड का नवीनीकरण करवा सकेंगे. इसके साथ ही लोगों को नए कार्ड बनाने की सुविधा पूर्व की भांति जनवरी से मार्च माह तक मिलेगी.
उन्होंने कहा कि साल 2018 से प्रदेश सरकार द्वारा यह योजना शुरू की गई है. हमीरपुर जिले में अभी तक 66133 लोगों के कार्ड इस योजना के तहत बनाए जा चुके हैं. 29 करोड़ 88 लाख 11 हजार 904 रुपये का क्लेम रेज किया गया है. इसके अलावा 5 करोड 94 लाख 11 हजार 78 रुपये रेमबर्समेंट के तौर पर मिले हैं.
आपको बता दें कि इस योजना के तहत चुनिंदा अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक नि:शुल्क इलाज (free treatment in himachal)की सुविधा प्रदेश सरकार की तरफ से दी गई है. योजना के शर्तों के मुताबिक जो परिवार आयुष्मान भारत योजना में कवर नहीं हैं, वे इस योजना के तहत पात्र हैं. बीपीएल, रेहड़ी-फड़ी वाले या मनरेगा मजदूरों के लिए यह योजना नि:शुल्क है.
40 फीसदी से अधिक विकलांग व्यक्ति या 70 वर्ष से अधिक आयु या वरिष्ठ नागरिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, आउटसोर्स कर्मचारी, मिड-डे-मील वर्कर्स, अंशकालिक कर्मचारी, दिहाड़ीदार, आशा वर्कर और अनुबंध कर्मचारियों के लिए 365 रुपये का शुल्क तय किया गया है. अन्य परिवारों के लिए 1000 रुपये शुल्क देना होगा. सरकार की इस योजना का लाभ उठाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के वेब पोर्टल पर पंजीकरण करवा सकते हैं या नजदीक के लोकमित्र केंद्र में 50 रुपये अतिरिक्त शुल्क देकर कार्ड बनवा सकते हैं.
नि:शुल्क होते हैं 56 टेस्ट: हिमाचल के सरकारी अस्पतालों की लैब के अलावा अस्पताल परिसरों में स्थापित निजी लैब में भी मरीजों के 56 प्रकार के टेस्ट नि:शुल्क होते हैं. प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों, जोनल अस्पताल, सिविल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एसआर लैब स्थापित हैं. इनमें सरकारी रेट पर ही हर तरह के टेस्ट होते हैं. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की अपनी भी लैब हैं, लेकिन इनमें 12 बजे तक टेस्ट होते हैं. उसके बाद इनकी जांच की जाती है. ऐसे में लोग निजी लैब में टेस्ट करवाते हैं.
ये 56 टेस्ट अस्पतालों में फ्री:क्लीनिक पैथोलॉजी में 17, बायो केमिस्ट्री में 20 तरह के टेस्ट फ्री होंगे. इनमें ब्लड शुगर, एचबी, यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रोल आदि के टेस्ट शामिल हैं. सिरियोलॉजी में 9 तरह के टेस्ट होते हैं. इनमें एचआईवी, डेंगू, मलेरिया आदि के टेस्ट शामिल हैं. माइक्रोबायोलॉजी और पैथोलॉजी में ब्लड कल्चर, यूरिन कल्चर, यूरिन एनालिसिस में यूरिन प्रेग्नेंसी टेस्ट, यूरिन माइक्रोस्कोपी, स्टूल एनालिसिस में 1 टेस्ट, रेडियोलॉजी में एक्स-रे और कार्डियोलॉजी में ईसीजी नि:शुल्क होता है. इसमें अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन भी शामिल हैं.
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