हमीरपुर: प्रदेश सरकार अस्पतालों में करीब 330 किस्म की दवाएं मरीजों को निशुल्क मुहैया करवाने का दावा करती है. लेकिन इन दावों की खोखली हकीकत हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में सामने आ रही है. यहां मरीजों को निशुल्क दवाइयां तो दूर ओआरएस घोल तक नसीब नहीं हो पा रहा है.
मेडिकल कॉलेज प्रशासन का तर्क है कि ओआरएस जिस कंपनी से मंगवाया गया था उसने ऑर्डर कैंसिल कर दिए हैं. दो बार ऑर्डर कैंसिल हो चुके हैं जिस कारण दिक्कत हो गई है. इसे अस्पताल प्रशासन की लापरवाही कहें या मरीजों की बदहाली. बरसात के दिनों में डायरिया और जल जनित रोग अधिक सामने आते हैं ऐसे में ओआरएस तक न होना अपने आप में बड़ी चूक है.
बता दें कि मेडिकल कॉलेज की डिस्पेंसरी में बीपी की दवा एमलोडिपाइन, ओआरएस, मलेरिया की दवा क्लोरोक्यून सहित कई अन्य दवाइयां नहीं मिल रही हैं. ऐसे में मरीजों और तीमारदारों को इन दवाइयों को खरीदने के लिए बाहरी मेडिकल स्टोर में जाना पड़ रहा है.