हमीरपुर: एसएचओ रिश्वत मामले में एसपी विजिलेंस राहुल नाथ की अगुवाई में फॉरेंसिक टीम की निगरानी में बुधवार को वारदात में इस्तेमाल थानेदार की निजी कार को अनलॉक किया गया है. मामले के आरोपी एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है. एसपी हमीरपुर डॉक्टर आकृति शर्मा (SP Hamirpur Dr. Aakriti Sharma) ने एसएचओ के निलंबन की पुष्टि की है. वहीं, बुधवार को जांच के दौरान गाड़ी में एसएचओ द्वारा ली गई रिश्वत की राशि (SHO Nadaun bribery case) बरामद नहीं हुई है.
इस कार स्टेरिंग, गियर और दरवाजे के हैंडल की बारीकी से जांच की गई है. टीम को यह आशंका है कि रिश्वत के रुपयों के नोट पर जो केमिकल लगाया गया था वह कार के स्टीयरिंग गियर अथवा दरवाजे के हैंडल पर भी मिल सकता है. बारीकी से जांच कर सैंपल उठाए गए हैं लेकिन अभी तक टीम ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि केमिकल के अंश गाड़ी में मिले हैं अथवा नहीं. थाना प्रभारी नादौन पर लगे रिश्वत के आरोपों (SHO absconding in bribery case) के बाद बुधवार को दिनभर शहर में विजिलेंस की हल चल रही है. वहीं विजिलेंस टीम (Vigilance Police Station Hamirpur) द्वारा आरोपी बनाए गए थाना प्रभारी अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है.
घटना को हुए 24 घंटे से भी अधिक समय बीत जाने के बावजूद टीम के हाथ केवल थाना प्रभारी की कार ही लग पाई है. बुधवार को आई विभाग की फॉरेंसिक टीम (SHO absconding in bribery case) द्वारा इस कार की गहन तलाशी ली गई. गाड़ी में थाना प्रभारी से संबंधित कुछ वस्तुएं बरामद की गई है जिन्हें मौके पर ही सील कर दिया गया है. यह कार्रवाई विजिलेंस विभाग के एसपी राहुल नाथ एवं डीएसपी लालमन शर्मा की देखरेख में की गई. बुधवार सुबह से ही नादौन के बेला गांव में स्थित सेरीकल्चर कार्यालय के निकट बरामद थाना प्रभारी की कार का निरीक्षण एवं जांच चलती रही.