सुजानपुर/हमीरपुरःप्रदेश कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि एनआईटी भर्ती घोटाले की लिखित शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मानव संसाधन मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल के साथ एमएचआरडी मंत्रालय के मुख्य सचिवों को दी गई है.
उन्होंने कहा कि एनआईटी हमीरपुर कुप्रबंधन का शिकार होकर भारी वित्तीय अनियमितताओं के घेरे में है. राणा ने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करना व हिमाचली हितों की पैरवी करना मेरा धर्म और दायित्व है, लेकिन हैरानी यह है कि इस मामले पर सीधे तौर पर जिनकी जवाबदेही व जिम्मेदारी बनती है वे लंबे अरसे तक किस मकसद की पूर्ति के लिए इस गंभीर मामले पर चुप्पी साधे हुए है. यह सवाल जनता व एनआईटी हमीरपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
राणा ने कहा कि अब हिमाचल हित के विपरीत खड़े उन लोगों को मेरे सवाल उठाने पर तकलीफ हो रही हैं जो एनआईटी की फुल फॉर्म तक नहीं जानते हैं. साथ ही अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए मेरे सवाल पर ही सवाल उठा रहे हैं. राणा ने कहा कि ताज्जुब उस बात का हैं कि जिन लोगों ने स्कूली शिक्षा तक भी पूरी नहीं कि है, वह एनआईटी के मामले पर बेशर्मी की हदें पार करते हुए बेवजह वकालत करते हुए दोबारा अपनी राजनीति को चमकाने का असफल प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक हिमाचल हितों का सवाल हैं, इस मामले पर न कोई राजनीति सहन होगी और न ही खुद लोगों के कुतर्क जनता सहन करेगी.