हमीरपुरः राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर में शनिवार को एक सफाई कर्मचारी द्वारा आत्महत्या के प्रयास करने के मामले में सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने संस्थान प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं.
विधायक ने कहा है कि संस्थान में गरीब तबके के कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि संस्थान के वर्तमान निदेशक ने तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं. संस्थान में एक वर्ग को लोगों को ही नौकरियां दी जा रही है. विधायक ने कहा कि हिमाचली युवाओं को दरकिनार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों ने उनसे मिलकर संस्थान निदेशक की शिकायतें कर चुके हैं.
राजेंद्र राणा ने कहा कि स्थानीय सांसद तो यहां पर्यटक बनकर भ्रमण करने ही आते हैं, जिन्हें यहां की समस्याओं से कोई सरोकार ही नहीं लगता. उन्होंने कहा कि जिस सरकार के नाक तले सचिवालय में ही बड़ी संख्या में बाहरी लोगों की भर्तियां हुई हैं, उस सरकार से जनता खासकर बेरोजगार युवाओं को भी कोई उम्मीद नहीं रही है.
विधायक ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश सरकार हिमाचल के संसाधनों को बेचने की तैयारी कर रही है और सरकारी नौकरियों बाहरी राज्यों के लोगों तरजीह दे रही है. विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार को इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए.
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