हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के फाइबर से अनछुए 548 गांवों को भारत सरकार की स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट कैपिटल प्रोजेक्ट के तहत इस साल के अंत तक फाइबर के साथ जोड़ा जाएगा. कोविड बंदिशों की समाप्ति के बाद आज बीएसएनएल हमीरपुर एसएसए के तहत किए जा रहे कार्यों का जायजा लेने पहुंचे बीएसएनएल के चीफ जनरल मैनेजर हिमाचल जसविंदर सिंह सहोग ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश में 300 करोड़ की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भेजी गई है. जिसके तहत ट्राइबल क्षेत्रों के अलावा अन्य जिलों के अनछुए गांव को फाइबर कनेक्टिविटी के साथ जोड़ा जाएगा. जिससे प्रदेश में आने वाले पर्यटकों के अलावा आम जनता को भी लाभ पहुंचेगा.
हमीरपुर के बीएसएनएल कार्यालय में आज विशेष बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें बीएसएनल हिमाचल के चीफ जनरल मैनेजर जसविंदर सिंह विशेष रूप से मौजूद रहे. इस अवसर पर हमीरपुर एसएससी के जनरल मैनेजर अजीत कुमार डीजीएम हमीरपुर राजेंद्र धीमान सहित विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के बाद पत्रकारवार्ता करते हुए जसविंदर सिंह ने बताया कि बीएसएनएल ने फाइबर के क्षेत्र में गत वर्ष काफी अच्छा काम किया है. उन्होंने बताया कि फाइबर कनेक्टिविटी में हिमाचल ने एक तो 35% की बढ़ोतरी दर्ज की है जिसमें हमीरपुर एसएससी में 6,000 से अधिक फाइबर के नए कनेक्शन लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा भारत नेट को बीएसएनएल के साथ मर्ज करने के बाद फाइबर कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि इसी के तहत 300 करोड़ का प्रोजेक्ट अनछुए गांवों को जोड़ने के लिए तैयार किया गया है. उन्होंने बताया कि इसके तहत हमीरपुर जिले के 15 से 20 गांवों को भी लाभ पहुंचेगा.