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शुक्रवार को हमीरपुर पहुंचेगा शहीद अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर, खराब मौसम बना बाधा - galwan valley dispute

खराब मौसम और अन्य औपचारिकताओं के चलते शहीद अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर को वीरवार को हमीरपुर नहीं पहुंचाया जा सका. शुक्रवार को विमान के माध्यम से उनके पैतृक गांव लाया जाएगा.

martyr Ankush Thakur
शहीद अंकुश ठाकुर (फाइल)

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Published : Jun 18, 2020, 5:49 PM IST

हमीरपुर:भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में दुश्मनों से लोह लेते हुए शहीद हुए हमीरपुर जिला के कडोहता निवासी शहीद अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर खराब मौसम होने की वजह से शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुंचेगा. शहीद की पार्थिव देह को विमान से हमीरपुर तक लाया जाएगा.

बता दें कि अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके पैतृक गांव सुबह 11 बजे पहुंचना था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से विमान की उड़ान न होने और पोस्टमार्टम सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर हमीरपुर लाया जाएगा. बेटे की शहादत की खबर सुनते ही गांव और परिवार में शोक की लहर है. गांव के लोग और रिश्तेदार उनके अंतिम दर्शनों के लिए उनके शव का इंतजार कर रहे हैं.

गलवान घाटी में शहीद हुए थे कडहोता के अंकुश ठाकुर

मिली जानकारी के अनुसार हवाई जहाज के द्वारा शहीद अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर पहले पठानकोट और फिर भोटा लाया जाएगा. अंकुश ठाकुर 2018 में पंजाब रेजिमेंट का हिस्सा बने थे. अंकुश ठाकुर गलवान घाटी में 16 जून को भारत-चीन LAC विवाद के चलते शहीद हुए थे. अंकुश ठाकुर के पिता और दादा भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं.

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एसडीएम भोरंज अमित कुमार ने बताया कि सैनिक वेलफेयर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को शहीद अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर विमान के माध्यम से हमीरपुर लाया जाएगा और उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

शुक्रवार को पैतृक गांव पहुंचेगा अंकुश ठाकुर का पार्थिव शरीर

स्थानीय युवाओं ने बताया कि भारतीय सेना को चीन से वीरों के बलिदान का बदला लेना चाहिए. जब से उन्होंने सुना कि भारत-चीन LAC विवाद में देश के 20 सैनिक शहीद हुए हैं, तब से उनके अंदर खून उबाल मार रहा है. उन्होंने कहा कि गांव के सभी लोग सेना में भर्ती होकर चीन से वीरों की शहादत का बदला लेना चाहते हैं.

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