हमीरपुर:धूमल के गृह जिला हमीरपुर में जयराम सरकार की मिशन रिपीट का खाका तैयार होगा! हिमाचल में प्रस्तावित 2022 के सियासी समर के लिए भाजपा रणनीति बनाने के लिए जुट गई है. चुनावी साल में हमीरपुर जिले को रणनीति तैयार के लिए चुना गया है. 11 वर्ष के बाद भाजपा कार्यसमिति की बैठक हमीरपुर में होने जा रही है. एक दशक पूर्व धूमल सरकार में इस बैठक का (HP BJP Working Committee Meeting) आयोजन हमीरपुर में हुआ था, उस दौरान भी यह बैठक विधानसभा चुनावों के इर्द-गिर्द ही आयोजित हुई थी. अब एक दशक बाद जयराम सरकार के अंतिम साल में भाजपा का थिंकटैंक यहां पर विधानसभा चुनावों की रणनीति पर मंथन करेगा. माना जा रहा है कि इस बैठक में मिशन रिपीट को सफल बनाने को लेकर चुनावों की रणनीति का खाका तैयार किया जाएगा. बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सोदान सिंह विशेष रूप से मौजूद रहेंगे.
बैठक में आगामी सम्मेलनों और एंटी इनकंबेंसी के तोड़ पर चर्चा:प्रदेश में पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्रियों को दौरे लगातार बढ़ रहे हैं। शिमला दौरे के बाद सीएम अब धर्मशाला में आएंगे, इस बीच केंद्रीय मंत्रियों के दौरे भी प्रदेश में बढ़ गए हैं. भाजपा अब पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आ रही है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांगड़ा में त्रिदेव सम्मेलन में हिस्सा लिया है. अब प्रदेश में सम्मलेन और कार्यकर्ताओं को सुपर एक्टिव मोड में लाने का प्रयास भाजपा संगठन करेगा. चुनावी साल में कार्यकर्ता सम्मेलनों के आयोजन और सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी फैक्टर के तोड़ पर निश्चित तौर पर चर्चा होना तय है. राजनीतिक जानकारों की मानें तो भाजपा संगठन कतई भी लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है. केंद्रीय हाईकमान के मिशन रिपीट के फोक्स के बाद हर उस कमी अथवा कमजोरी को टटोल कर बीजेपी थिंकटैंक इसे चुनौती मानकर पार करने का प्रयास संभवत बैठक के मंथन में करेगा.
चुनाव से पहले कार्य समिति की अंतिम बैठक, सरकार और संगठन के समन्वय पर नजर:हिमाचल प्रदेश में चुनाव से पहले भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के लिए अंतिम बैठक होगी. सरकार और संगठन चुनावों से पहले तीन माह तक कैसे समन्वय के साथ काम करेगा यह भी चर्चा को अहम हिस्सा माना जा रहा है. प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में विभिन्न सत्रों में अलग-अलग विषयों पर (HP BJP Working Committee Meeting) मंथन होगा. चुनावों से ठीक पहले सरकार और संगठन कैसे कार्यकर्ताओं को एक्टिव मोड में चार्जअप करेंगे यह भी अहम होगा. बैठक में चुनावी नजर से संगठन के प्रभारियों की नियुक्ति भी संभव है. माना जा रहा है कि भाजपा हाईकमान देरी करने के मूड में बिल्कुल भी नहीं है और जल्द ही केंद्र की तरफ से भाजपा चुनाव प्रभारी की नियुक्ति भी प्रदेश में की जा सकती है. केंद्रीय हाईकमान की नियुक्ति से पहले प्रदेश संगठन अपना होमवर्क पूरा करने का प्रयास कार्यसमिति की बैठक में करेगा.
क्या कार्यसमिति की बैठक में धूमल के साथ शांता भी होंगे शामिल:क्या प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के साथ शांता कुमार भी नजर आएंगे? यह प्रश्नचिन्ह इसलिए लगाया जा रहा है कि क्योंकि इससे पहले आयोजित हुई कई कार्यसमिति की बैठकों में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार नहीं आए है, हालांकि कायदे से हर दफा वह बैठक में आपेक्षित होते हैं और उन्हें निमंत्रण भी प्रदेश संगठन की तरफ से दिया जाता है. हमीरपुर भाजपा प्रभारी अजय राणा की मानें तो धूमल के साथ शांता भी इस बैठक में शामिल होंगे. यह सवाल इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला हो या अन्य कई मामले शांता कुमार अपनी ही सरकार को घेरते देखे गए हैं. ऐसे में क्या मिशन रिपीट के मंथन में वह पहुंचेंगे इस पर संशय बना हुआ है.