हमीरपुर: जिला हमीरपुर का नादौन आईटी क्षेत्र का हब बनेगा. ग्रुप व्यू नाउ ने हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के नादौन में इंडस्ट्रीयल एरिया में भूमि पूजन कर इस लक्ष्य की ओर पहला कदम बढ़ा दिया है. हिमाचल सरकार द्वारा इन्वेस्टर्स मीट (Investors Meet in Himachal Pradesh) करवाए जाने के बाद नादौन में उद्योग स्थापित करने के लिए बड़ी फर्म पहुंची है, जो रोजगार के साथ ही युवाओं को ट्रेनिंग भी देगी.
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर (Himachal Industries Minister Bikram Singh Thakur) मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे. भूमि पूजन एचआरटीसी के वाइस चेयरमैन विजय अग्निहोत्री (HRTC Vice Chairman Vijay Agnihotri), हिमाचल प्रदेश के उद्योग विभाग के उच्च अधिकारियों और व्यू नाउ के संस्थापक सुखविंदर खरोड़ और निदेशक अभयदीप सिंह मुट्टी की उपस्थिति में किया गया.
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने नादौन में डाटा और स्किल सेंटर का किया भूमि पूजन ट्रेनिंग के साथ मिलेगा रोजगार, सरकार के साथ एमओयू साइन: व्यू नाउ एक इनोवेटिव एज डाटा सेंटर कंपनी है. इसने डाटा सेंटर देश के कई भागों में काम कर रहे हैं. कंपनी ने हिमाचल सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं. इसके तहत यहां मुख्य डाटा सेंटर एज डाटा सेंटर असेंबली इकाई और कौशल विकास केंद्र की स्थापना की जाएगी. यह एमओयू हिमाचल सरकार के उद्योग मंत्रालय और व्यू नाउ के बीच दिसम्बर 2021 में साइन किया गया था. कंपनी हिमाचल में कुल 969 करोड़ का निवेश करेगी. इससे करीब 700 लोगों को इससे सीधा रोजगार मिलेगा, जबकि 2000 परिवारों को परोक्ष अनुबंध के जरिये रोजगार हासिल होगा.
हमीरपुर दौरे पर उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर. व्यू नाउ के संस्थापक सुखविंदर सिंह ने कहा कि कंपनी कौशल विकास केंद्रों की स्थापना राज्य भर में कर रही है. यहां युवाओं को आईटी कौशल मिलेगा और फिर उन्हें रोजगार का अवसर भी दिया जाएगा. इससे हिमाचल में रोजगार को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि मेन डाटा सेंटर को स्थापित और ऑपरेशन मिलाने के लिए 1 साल का समय लगेगा, लेकिन इसके अलावा जो 25 डाटा सेंटर की साइट 90 दिन के भीतर स्थापित कर दी जाती है.
नादौन में डाटा सेंटर स्थापित: उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि डाटा सेंटर ( Data and Skill Center in Nadaun) यहां पर स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस डाटा सेंटर के स्थापित होने से स्थानीय लोगों को यहां पर रोजगार मिलेगा. हिमाचल में आने वाले उद्योग अक्सर प्रदेश के सीमा पर ही खड़े हो जाते थे, लेकिन अब कंपनी ने नादौन को इसके लिए चुना है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट के माध्यम से इस तरह के प्रयास किए गए थे कि इंडस्ट्री हिमाचल में आकर इन्वेस्टर्स इन्वेस्ट करें ताकि यहां पर रोजगार का सृजन हो.
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