हमीरपुर: जिले में अब ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद ऑनलाइन बिकना शुरू हो गए हैं. इन उत्पादों को बेचने वाले महिला स्वयं सहायता समूह (hamirpur women self help group) को इससे आमदनी भी हो रही है. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिला विकास अभिकरण द्वारा हमीरपुर जिले की महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पाद बेचने के लिए ई स्टोर ऐप (e store app in hamirpur) उपलब्ध करवाया जा रहा है. जिसके माध्यम से वे अपना उत्पाद देश के विभिन्न कोनों में बेच सकेंगे. इस का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं की आय में बढ़ोतरी करना है.
ई स्टोर ऐप के माध्यम से महिलाओं के उत्पादों को ऑनलाइन बेचने और उनके उत्पादों की (self help group product sale online) सूची आम जनता को उपलब्ध करवाने का काम किया जाएगा. इनके उत्पादों को खरीदने के लिए उपभोक्ताओं को ऑनलाइन ही आर्डर करना होगा. प्रथम चरण में डीआरडीए हमीरपुर में 12 स्वयं सहायता समूह को इस योजना के साथ जोड़ा है. भोरंज विधानसभा क्षेत्र के अनमोल स्वयं सहायता समूह ने तो ऑनलाइन उत्पाद बेचना शुरू भी कर दिया है. आचार, आंवला कैंडी और बैग इस समय सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं तैयार कर रही हैं.
इसके साथ ही चार अन्य सहायता समूहों को अपने उत्पादों को ऑनलाइन अपलोड करने के लिए डिवाइस भी दिए जा चुके हैं. जल्द ही यह स्वयं सहायता समूह भी अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचना शुरू कर देंगे. इस संदर्भ में डीआरडीए हमीरपुर के प्रोजेक्ट ऑफिसर केडीएस कंवर ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में बताया कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत हमीरपुर जिले की ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को ऑनलाइन बेचने और उनकी आय को बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ई स्टोर ऐप बनाया गया है. इस ऐप के जरिए महिलाओं को उनके उत्पादों को बेचने और उनकी उपलब्धता के बारे में ऐप के माध्यम से सहायता मिलेगी. ई स्टोर ऐप किस तरह काम करता है इसके लिए स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
जिले के हर स्वयं सहायता समूह से 15 से 20 महिलाएं जुड़ी है. हमीरपुर जिले में लगभग 12 स्वयं सहायता समूह ऑनलाइन उत्पादों को बेचने की प्रक्रिया से जुड़ चुके हैं. ऐसे में लगभग 200 के करीब महिलाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध हुए हैं. अब सभी ब्लॉक को और तीन से चार स्वयं सहायता समूह को इस योजना के तहत जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है. स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं तीन से सात हजार के बीच में मासिक कमाई कर रही हैं.
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