हमीरपुर: पूर्व सैनिकों के परिजनों की समस्या को डीसी हमीरपुर ने जल्द हल होने की बात कही है. डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि केंद्रीय सैनिक बोर्ड से ही पूर्व सैनिकों के आश्रितों को मिलने वाली सुविधाओं की समस्या का समाधान होगा.
हिमाचल प्रदेश में पूर्व सैनिकों के 4588 बच्चों की पढ़ाई के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि का अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है. केंद्रीय सैनिक बोर्ड की तरफ से पूर्व सैनिकों के बच्चों को पढ़ाई के लिए हर माह एक हजार रुपये के हिसाब से एकमुश्त 12 हजार रुपये आर्थिक सहायता दी जाती है.
जानकारी के अनुसार केंद्रीय सैनिक बोर्ड 27 अक्टूबर 2017 के बाद आवेदन करने वालों को करीब सवा दो साल बाद भी इस राशि की अदायगी नहीं कर पाया है. बोर्ड ने वर्ष 2018-19 के 2400 और 2019-20 के 2188 बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता नहीं दी है. मामले पर पूर्व सैनिक विभाग ने फंड की कमी का हवाला दिया है.
इसके अलावा बेटियों की शादी के लिए मिलने वाली 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी 768 लाभार्थियों की लटकी है. 19 मई 2018 के बाद आवेदन करने वालों को यह राशि नहीं मिल पाई है. वर्ष 2018-19 के 438 और वर्ष 2019-20 के अभी तक 330 लाभार्थी वंचित हैं. पेन्यूरी ग्रांट 19 जून 2018 के बाद लाभार्थियों को नहीं मिली है. इसके तहत वर्ष 2018-19 के 79 और 2019-20 के अभी तक 12 लाभार्थी आर्थिक सहायता से वंचित हैं.
उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने कहा कि मामला ध्यान में आया है. केंद्रीय सैनिक बोर्ड से ही समस्या का समाधान होगा. हरिकेश मीणा ने कहा कि कुछ लोगों की सहायता राशि की मंजूरी मिली हुई है. कागजी कार्रवाई के बाद धनराशि दे दी जाएगी.